सरकार ने कहा सोशल मीडिया पर जवानों की शिकायत उनके निजी विचार

0

सरकार ने आज कहा कि सोशल मीडिया पर सेना के दो जवानों की शिकायतों के वीडियो उनके व्यक्तिगत विचार हैं और ये विभिन्न माध्यमों से एकत्र की गई समग्र जानकारी को परिलक्षित नहीं करते हैं।

लोकसभा में डी के सुरेश और हरिओम सिंह राठौर के प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि सशस्त्र बलों को खराब राशन देने और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जवानों के साथ र्दुव्‍यवहार का कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया है।

हालांकि, सोशल मीडिया पर सेना के दो जवानों की शिकायतों का वीडियो उनके व्यक्तिगत विचार हैं और ये विभिन्न माध्यमों से एकत्र की गई समग्र जानकारी को परिलक्षित नहीं करते हैं।

मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों में शिकायतों के निपटारे और राय प्राप्त करने के लिए सुव्यवस्थित तंत्र है जहां कंपनी कमांडरों को शिकायतें भेजी जा सकती हंै। यूनिट के कमांडिंग अधिकारी महीने में एक बार सैनिक सम्मेलन आयोजित करते हैं और जवानों की समस्याओं का निपटारा करते हैं।

भाषा की खबर के अनुसार, भामरे ने कहा कि इसके अलावा जब भी कोई जवान छुट्टी पर जाता है, अस्थायी ड्यूटी पर जाता है या यूनिट में वापस लौटता है, तब सीओ स्वयं उससे बात करते हैं।

उन्होंने कहा कि सैनिकों को दिये जाने वाले राशन की गुणवत्ता के बारे में भी तिमाही आधार पर राय एकत्र की जाती है।

Previous articleप्रशांत किशोर कर रहे है राहुल-अखिलेश के चुनाव अभियान की व्यक्तिगत् तौर पर निगरानी
Next articleFive reasons why AAP is sweeping Punjab and Kejriwal may have last laugh