नई दिल्ली। बीएमसी चुनाव को लेकर मंगलवार(21 फरवरी) को कई अखबारों में छपे मशहूर अभिनेता आमिर खान की तस्वीर वाले एक विज्ञापन पर बवाल मच गया है। दरअसल उस विज्ञापन में आमिर खान को लोगों को वोट देने की अपील करते हुए दिखाया गया है।
इस विज्ञापन में कहा गया है कि यदि आप अपने शहर को कूड़े के ढेर, गढ्ढों, सिकुड़ते समुद्री तट, ट्रैफिक जाम, गंदी बस्तियां, पानी की सप्लाई जैसी परेशानियों से छुटकारा दिलाने चाहते हैं तो इस समस्या के समाधान के लिए आप एकजुट होकर वोट करें।
कांग्रेस और शिवसेना ने इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए कहा है कि यह सत्ताधारी बीजेपी की इमेज को चमकाने जैसा प्रतीत हो रहा है। शिवसेना इस विज्ञापन से काफी नाराज है। पार्टी की युवा सेना के नेता धर्मेंद्र मिश्रा ने महाराष्ट्र चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करते हुए कहा है कि इस विज्ञापन की भाषा और सामग्री कुछ ऐसी है, जिसमें बीएमसी में सत्ता परिवर्तन की बात कही गई है।
वहीं, इस मामले में कांग्रेस के सचिन सावंत का कहना है कि अंग्रेजी और मराठी अखबारों में प्रकाशित इस विज्ञापन में बीजेपी द्वारा प्रमोट किए जाने वाले पारदर्शिता और बदलाव के मुद्दे को साफ तौर पर रेखांकित किया गया है। यह सही है कि इसे एक संगठन ने जारी किया है, लेकिन सब जानते हैं कि ये संगठन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी है। यह चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।
बता दें कि इस विज्ञापन को एक एनजीओ मुंबई फर्स्ट ने जारी किया है। विपक्षी दलों का कहना है कि इसमें ट्रांसपेरेंसी(पारदर्शिता) और ट्रांसफॉरमेशन(बदलाव) जैसे शब्दों का उल्लेख किया गया है और बीजेपी के चुनाव प्रचार में भी इन्हीं पर जोर दिया गया था। इस तरह से ये एक खास तरीके से बीजेपी के पक्ष में वोटरों को प्रभावित करने वाला विज्ञापन दिखता है।