चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों की घोषणा के बाद से कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। दोनों प्रतिद्वंद्वी पार्टियां एक-दूसरे को शर्मिंदा करने का कोई मौका छोड़ने को तैयार नहीं है। इस बीच शुक्रवार (22 मार्च) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस सुबह 10.15 बजे होने वाली थी, जिसे टालकर बाद में दोपहर 1 बजे कर दिया गया।
File Photo: REUTERSसमाचार एजेंसी एएनआई के ट्वीट में बताया गया था कि कांग्रेस का विशेष संवाददाता सम्मेलन, जिसे आज राहुल गांधी द्वारा संबोधित किया जाना था, को 10.15 बजे से 1 बजे तक के लिए टाल दिया गया है। बिना मौका गंवाए राहुल के प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बदले जाने पर तंज कसते हुए बीजेपी की ओर से एक ट्वीट किया गया कि लगाता है राहुल गांधी सुबह जल्दी नहीं उठते, इसलिए प्रेस कॉन्फेंस को टाल दिया गया।
राहुल गांधी के प्रेस कॉन्फ्रेंस का समय बदलने पर बीजेपी के आधिकारिक ट्वविटर हैंडल से ट्वीट किया गया, “ऐसा लगता है कि राहुल गांधी सुबह नहीं उठ पाते हैं। वैसे भी, यह अच्छा भी है क्योंकि सुबह सुबह झूठ नहीं फैलाना चाहिए।”
It seems Rahul Gandhi can’t wake up in the morning. Anyway, it’s better not to spread lies in the morning 🙂 https://t.co/5sn9eMnFRj
— BJP (@BJP4India) March 22, 2019
वहीं, बीजेपी के इस तंज पर कांग्रेस ने भी फौरन पटलवार करते हुए ट्वीट कर कहा कि सुबह, दोपहर या रात, हम सुनकर खुश होंगे कि ‘चोर चौकीदार’ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करें, अगर वह करने में सक्षम हो तो।
Morning, noon or night, we'd be happy to hear ChorChowkidar give a press conference – that is, if he's able to. https://t.co/MUWktR01nY
— Congress (@INCIndia) March 22, 2019
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि आज सुबह राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस होनी थी, लेकिन बिना कोई कारण बताए इसे दोपहर एक बजे तक के लिए टाल दिया गया। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार राहुल गांधी के आवास पर अभी कांग्रेस कोर ग्रुप की आवश्यक बैठक चल रही है, जिसे कांग्रेस अध्यक्ष अचानक बुलाया है। इसी बैठक के कारण प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाला गया है।
हालांकि, एक बजे भी राहुल गांधी का प्रेस कॉन्फेंस नहीं हुआ, लेकिन कुछ देर बाद कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फेंस को संबोधित किया। इस प्रेस कॉन्फेंस में उन्होंने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि एक नई डायरी ने संकेत दिया है कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने अपने कार्यकाल के दौरान अरुण जेटली सहित वरिष्ठ बीजेपी नेताओं को रिश्वत के रूप में 1800 करोड़ रुपये का भुगतान किया था।