भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने महिलाओं को अंधेरा होने के बाद पुलिस थाने नहीं जाने और जरूरत पड़ने पर परिवार के किसी पुरुष सदस्य के साथ ही थाने जाने की सलाह दी है। उनके इस बयान का एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए बेबी रानी मौर्य ने कहा कि थानों में महिला अधिकारी और सब इंस्पेक्टर रहते हैं। परंतु में कहूंगी कि महिलाएं पांच बजे के बाद अंधेरा होने पर थाने कभी न जाएं। यदि जरूरी हो तो अगले दिन सुबह अपने भाई, पिता या पति को साथ लेकर ही थाने जाएं।
इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार में व्यवस्थाओं में काफी बदलाव हुआ है और महिलाओं के लिए काफी काम हुआ है। उन्होंने ये भी कहा कि अगर प्रदेश में कोई भी अधिकारी बदमाशी कर रहा है तो उसकी शिकायत डीएम, सीएम या फिर PM को चिट्ठी लिखकर की जा सकती है।
पूर्व राज्यपाल ने यह सलाह शुक्रवार को वाराणसी के बजरडीहा इलाके की वाल्मीकि बस्ती में आयोजित एक कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित करते हुए दी। बेबी रानी के इस बयान के बाद पुलिस की छवि पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
'UP के थानों में शाम को 5 बजे के बाद कंप्लेन दर्ज कराने न जाएं महिलाएं'
– बेबी रानी मौर्य (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भाजपा)अगर महिला के साथ कोई घटना शाम 5.30 बजे घटे तो अगली सुबह तक इंतजार करना चाहिए? pic.twitter.com/S8xCX1XzjL
— Srinivas BV (@srinivasiyc) October 23, 2021
बेटी बचाओ। pic.twitter.com/3NNgW8FJU3
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 23, 2021
मौर्य के बयान को बसपा सांसद कुवंर दानिश अली ने उत्तरप्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने मौर्य के बयान का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘योगी आदित्यनाथ के राज में पुलिस थाने महिलाओं के लिए इतने असुरक्षित हो गये हैं कि पूर्व राज्यपाल व भाजपा उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य चेतावनी दे रही हैं कि थानों में शाम पांच बजे के बाद कंप्लेन दर्ज कराने न जाएं क्योंकि वहां शाम के समय महिला का जाना ख़तरे से ख़ाली नहीं है।’’