असम में नौकरी के लिए नकदी घोटाले के सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद आरपी शर्मा की बेटी पल्लवी शर्मा सहित असम सरकार के 19 अधिकारियों को बुधवार (18 जुलाई) को गिरफ्तार कर लिया गया। इन लोगों को वर्ष 2016 में हुए असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) की परीक्षा की आंसर शीट में उनकी हैंडराइटिंग का मिलान नहीं होने के कारण इन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने इन अधिकारियों को काहिलीपारा इलाके में विशेष शाखा मुख्यालय में अपनी हैंडराइटिंग का नमूना देने के लिए कहा था। मामले की जांच कर रही डिब्रूगढ़ पुलिस ने असम सिविल सेवा (एसीएस), असम पुलिस सेवा (एपीएस) और सहायक सेवाओं 2016 बैच के 19 अधिकारियों को समन किया था। इस दौरान फोरेंसिक जांच में अधिकारियों के उत्तर पत्र नकली पाए गए जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
बता दें यह कदम उस आरोप के बाद उठाया गया है, जिसमें कहा गया था कि एपीएससी के कुछ शीर्ष अधिकारी पिछले कई सालों से दो चरण (प्री एंड मेंस) की परीक्षा में रिश्वत लेकर उम्मीदवारों का चयन करवाते हैं। इससे पहले कॉपियों की फॉरेंसिक जांच में गड़बड़ियां पाई गई थीं। डिब्रूगढ़ पुलिस अधीक्षक गौतम बोरा ने बताया कि इन 19 अधिकारियों की लिखावट परीक्षा की कॉपियों की लिखावट से अलग थी।
NDTV के मुताबिक पुलिस इस घोटाले के सिलसिले में असम लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष राकेश पाल व तीन अन्य सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उनके अलावा बीते 21 जून को 13 अन्य सरकारी अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया था। बुधवार को गिरफ्तार होने वालों में तेजपुर के बीजेपी सांसद आरपी शर्मा की पुत्री पल्लवी शर्मा भी शामिल हैं।