मध्य प्रदेश के रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद गुमान सिंह डामोर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह पत्रकारों के सवालों पर चुप्पी साधते हुए नजर आ रहे है। भाजपा सांसद के पास उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का कोई जवाब नहीं था। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि, जब मीडिया ने उनपर लगे 600 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में सवाल किए तो वे बचते-बचाते भाग निकले।
बता दें कि, भाजपा सांसद गुमान सिंह डामोर 600 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपों का सामना कर रहे हैं और कथित तौर पर मध्य प्रदेश भाजपा प्रमुख वीडी शर्मा ने उन्हें मंगलवार को भोपाल में पार्टी के मुख्यालय में बुलाया था। इमारत से बाहर ही मीडियाकर्मियों ने भाजपा सांसद को घेर लिया। घोटाले के आरोपों पर उनसे कई सवाल किया गया। मगर उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान मीडियाकर्मी उनके पीछे-पीछे दौड़ते रहे।
एक रिपोर्टर ने उनसे पूछा, “सर, आपको हमारे सवालों का जवाब देना है।” एक अन्य ने पूछा, “सर, आपने 600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। आप हमें क्यों धक्का दे रहे हैं?” एक अन्य रिपोर्टर ने पूछा, “आपने यह घोटाला किया है।”
डामोर ने कहा, ‘यह (आरोप) गलत है। एक रिपोर्टर ने जवाब दिया, ‘लेकिन कोर्ट ने यह कहा है। क्या आप नैतिक आधार पर कोई फैसला लेंगे?” एक अन्य ने पूछा, “क्या आप नैतिक आधार पर इस्तीफा देंगे।”
भाजपा सांसद ने घोटाले के आरोपों पर पत्रकारों के सवाल का कोई नहीं दिया। मगर वह उनके सवालों से भागते रहे। लेकिन, उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान मीडियाकर्मी उनके पीछे-पीछे दौड़ते रहे लेकिन डामोर मौके से भागते रहे।
#WATCH | Madhya Pradesh: BJP Member of Parliament from Ratlam-Jhabua constituency, Guman Singh Damore, who is facing charges against his alleged involvement in Rs 600 crore scam evade media questions pic.twitter.com/jYku3rCthg
— ANI (@ANI) December 28, 2021
कथित घोटाले के सिलसिले में एक स्थानीय अदालत ने डामोर और कई अन्य सरकारी अधिकारियों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। यह तब हुआ जब धर्मेंद्र शुक्ला नाम के एक पत्रकार ने अदालत में शिकायत दर्ज कराई और घोटाले के संबंध में सबूत पेश किए।
फ्लोरोसिस नियंत्रण परियोजना के कार्यकारी अभियंता के रूप में तैनात रहते हुए, डामोर ने अन्य आरोपियों के साथ कथित तौर पर फ्लोरोसिस नियंत्रण और पाइप आपूर्ति सामग्री खरीदने वालों के लिए 600 करोड़ रुपये से अधिक के बिलों को मंजूरी दे दी थी। डामोर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है।
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