उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की करारी हार के बाद विपक्ष जमकर हमला बोल रहा है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार (15 मार्च) को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का तेजी से पतन हो रहा है।
File PHOTO: The Indian Express BY PARTHA PAULसमाचार एजेंसी IANS के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में हुए गोरखपुर और फूलपुर संसदीय क्षेत्रों के उपचुनावों में भाजपा की हार का जिक्र करते हुए पटनायक ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि, भाजपा का तेजी से पतन हो रहा है। बीजू जनता दल (बीजद) सुप्रीमो ने भविष्य में गैर-भाजपा गठबंधन के साथ जाने की बात से भी इनकार नहीं किया।
उन्होंने कहा कि, अभी हमने किसी गठबंधन के बारे में नहीं सोचा है। पिछले साल भाजपा ने पंचायत चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन बीजेपुर विधानसभा के लिए हाल ही में हुए उपचुनाव में सत्ताधारी बीजद ने भाजपा को करारी शिकस्त दी।
नतीजों के बाद भाजपा के भीतर से उठे सवाल
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा के भीतर से ही सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठने लगे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने संकेंतों में मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। वहीं, सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आम चुनाव के लिए सतर्क रहने की चेतावनी दी।
हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, स्वामी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिने कहा, जो नेता अपनी सीट पर जीत नहीं दिला सकते, ऐसे नेताओं को बड़े पद देना लोकतंत्र में आत्महत्या करने जैसा है। जनता में जो लोकप्रिय है, वह किसी पद पर नहीं है। मेरा मानना है कि इन सब चीजों को दुरुस्त करने के लिए अब भी समय है।
वहीं, बिहार के पटना साहिब से सांसद और पार्टी पर हमला करने के लिए पहले से ही चर्चित शत्रुघ्न सिन्हा ने भी मौका नहीं चूका। उन्होंने ट्वीट किया, यूपी बिहार के उपचुनाव के नतीजों ने हमारे लोगों को यह अहसास करा दिया होगा कि सीटबेल्ट बांधनी होगी। आगे कठिन समय है। उम्मीद है कि भविष्य में हम इस संकट से निपट सकेंगे। जितनी जल्दी हम इस समस्या को हल कर सकेंगे बेहतर होगा। ये नतीजे बताते हैं, इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।
जबकि भाजपा के ही पूर्व सांसद और 2014 में आजमगढ़ में सपा नेता मुलायम सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले रमाकांत यादव ने भी राज्य सरकार पर सीधा हमला किया है। उन्होंने कहा, हार में बड़ी भूमिका राज्य सरकार की दलित और ओबीसी समुदाय के प्रति लापरवाह रुख की रही।
यादव ने कहा कि अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो 2019 के आम चुनाव में राह मुश्किल होगी। कौशांबी के भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर ने विपरीत नतीजों के लिए स्थानीय नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, उपचुनाव के दौरान स्थानीय नेता दलितों तक पहुंचे ही नहीं, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा।