आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) द्वारा बांटे गए टिकट में उत्तर प्रदेश के कैराना सीट से स्वर्गीय हुकुम सिंह की पुत्री मृगांका सिंह की जगह गंगोह के विधायक प्रदीप चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है। प्रदीप चौधरी को उम्मीदवार बनाए जाने से मृगांका सिंह के नाराज समर्थकों ने कैराना को पोस्टरों से पाट दिया है। पोस्टर में यह चेतावनी दी गई है कि अगर पार्टी ने यहां से मृगांका सिंह को मैदान में नहीं उतारा तो बीजेपी के समर्थक प्रदीप चौधरी को वोट नहीं देंगे।
गौरतलब है कि, कैराना लोकसभा सीट 2019 चुनाव के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। 2014 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी की ओर से स्वर्गीय हुकुम सिंह ने जीत हासिल की थी। उनके निधन के बाद उपचुनाव में उनकी बेटी मृगांका सिंह ने रालोद की प्रत्याशी तब्बसुम हसन के खिलाफ चुनाव लड़ा, जिसमें बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
गठबंधन की ओर से 2019 चुनाव के लिए एक बार फिर तबस्सुम हसन को टिकट दिया गया है। वहीं बीजेपी की ताजा सूची के मुताबिक बीजेपी ने मृगांका सीट से इस बार मृगांका सिंह की जगह प्रदीप चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी द्वारा घोषित प्रत्याशी प्रदीप चौधरी के विरोध में रविवार को जहां मायापुर फार्महाउस पर महापंचायत आयोजित की गई, वहीं समर्थकों ने मृगांका सिंह के फोटोयुक्त पोस्टरों को जगह-जगह चस्पा कर दिया। पोस्टरों पर लिखा है, ‘न कोई शक, न कोई शंका… कैराना से बहन मृगांका। बेटी के सम्मान में कैराना मैदान में, कैराना में बीजेपी से कोई और बर्दाश्त नहीं।’
पोस्टर के अंत में यह भी लिखा कि अगर सही उम्मीदवार को टिकट नहीं, तो और किसी को वोट नहीं। ख़बरों के मुताबिक, यह पोस्टर स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह के फार्महाउस की दिशा बताने वाले बोर्ड के पास और कोतवाली गेट के सामने सहित कई जगहों पर लगे हुए है।
Major trouble for BJP in Kairana as Mriganka Singh's supporters on rebel path after party decided to field Pradeep Chaudhary. Mriganka is daughter of late BJP stalwart Hukum Singh and was BJP's candidate in Kairana by-polls held last year. pic.twitter.com/efYQENU8ae
— Piyush Rai (@PiyushRaiUP65) March 24, 2019
कैराना लोकसभा सीट से मृगांका सिंह का टिकट कटने से नाराज उनके हजारों समर्थकों ने फार्म हाउस पर महापंचायत बुलाई गई। पंचायत में वक्ताओं ने मृगांका सिंह को निर्दलीय चुनाव लड़ने का सुझाव दिया। जानकारी के मुताबिक, पंचायत में हुकम सिंह के परिवार के समर्थक मुस्लिम समाज के भी सैंकड़ों लोग शामिल हुए।