राज्य विधानसभा चुनावों में पुरी जिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार ओम प्रकाश मिश्रा को तीसरे चरण के मतदान के दौरान एक मतदान अधिकारी पर हमला करने और ईवीएम को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तारी का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को पुरी लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।
पुरी के एसपी उमाशंकर दास ने बुधवार को कहा, “कल (मंगलवार) जब मतदान चल रहा था, तो प्रत्याशी ओम प्रकाश मिश्रा अपने समर्थकों के साथ जबरन हथियार लेकर बूथ में घुस गए। वहां मौजूद स्थानीय लोगों और पुलिस ने मिश्रा के दो समर्थकों को काबू में किया और उन्हें धर दबोचा। उनके पास से एक बन्दूक जब्त की गई है।”
आरोप है कि, ओम प्रकाश मिश्रा ने मंगलवार को पुरी के सत्यबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र में करीब 20 बाइक सवार समर्थकों के साथ कथित रूप से मतदान केंद्र में प्रवेश किया था।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुरी के सत्यबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में बलभद्र नोडल स्कूल के मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी श्रीराम महापात्रा ने बताया कि, जब मैंने उन मतदाताओं से पूछा था जो कतारबद्ध होकर बूथ परिसर के भीतर जा रहे थे। कुछ देर बाद ही मिश्रा के नेतृत्व में 15 लोगों ने बूथ में घुसकर मुझ पर हमला कर दिया। उन्होंने ईवीएम मशीनों को भी नष्ट कर दिया और कुछ महत्वपूर्ण मतदान दस्तावेजों को फाड़ दिया। उनमें से एक ने अपनी पिस्तौल से फायर करने की भी कोशिश की, लेकिन वह उसके हाथ से फिसल गया।
पुरी जिले के रिटर्निंग अधिकारी ज्योति प्रकाश दास ने कहा कि मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मिश्रा की भुवनेश्वर में ज्वैलरी शॉप है। पुलिस ने बूथ से एक बंदूक जब्त की है और इस सिलसिले में दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
बता दें कि, इससे पहले ओडिशा के गंजाम जिले में दूसरे चरण के मतदान के दौरान एक मतदान केन्द्र पर ईवीएम को तोड़ने के आरोप में सोरादा विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार नीलमणि बिसोई को गिरफ्तार किया गया था।
वहीं, इससे पहले आंध्र प्रदेश में जन सेना पार्टी के एक उम्मीदवार ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए हो रहे मतदान के दौरान ईवीएम मशीन को तोड़ दिया था, इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।