कोझिकोड से भारतीय जनत पार्टी (बीजेपी) के लोकसभा उम्मीदवार प्रकाश बाबू को यहां की एक अदालत ने सबरीमाला की एक महिला भक्त पर हमले के मामले में गुरुवार (28 मार्च) को जेल भेज दिया। महिला भक्त पर हमला पिछले साल नवंबर में हुआ था। पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सबरीमाला मंदिर सभी उम्र की महिलाओं के लिए खोले जाने के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रहने के मामले में प्रकाश बाबू ने जमानत याचिका दायर की थी।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, बाबू भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने गुरुवार को कोझिकोड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार अभियान शुरू किया। इसी बीच उन्होंने खुद को पम्बा पुलिस थाने में पेश किया, जहां उनके खिलाफ मामला दर्ज है। पुलिस ने बाद में उन्हें रन्नी सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया और बाबू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
गौरतलब है कि रजस्वला आयु वर्ग की दो महिलाओं कनकदुर्गा (44 वर्ष) और बिंदू (42 वर्ष) ने हिन्दूवादी संगठनों की तमाम धमकियों की परवाह न करते हुए 2 जनवरी 2019 को तड़के भगवान अयप्पा के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश कर सदियों पुरानी परंपरा तोड़ दी। कनकदुर्गा और बिंदू पुलिस की निगरानी वाले पवित्र मंदिर में पहुंचीं। काले परिधान पहने और चेहरों को ढकी महिलाओं ने तड़के तीन बजकर 38 मिनट पर मंदिर में प्रवेश किया।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 28 सितंबर को ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 10 वर्ष से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी। इसके बावजूद इस आयुवर्ग की कोई बच्ची या युवती श्रद्धालुओं एवं दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के कारण मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को माकपा नीत एलडीएफ सरकार ने लागू करने का फैसला किया। इसके बाद से मंदिर में 10 से 50 साल आयुवर्ग की महिलाओं के प्रवेश को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ था।