बिहार के मुख्यमंत्री और जद(यू) नेता नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले बड़ा बयान दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, मुझे इस मामले पर किसी फॉर्मूले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। नीतीश ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को इसके लिए अधिकार दिया गया है। ख़बरों के मुताबिक, जेडीयू ने मांग की है कि उनकी पार्टी से चार मंत्री बनाए जाने चाहिए।
फाइल फोटोसमाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “मुझे किसी फॉर्मूले के बारे में जानकारी नहीं है लेकिन हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इसके लिए अधिकार है। वह अधिकृत व्यक्ति है। जो कुछ भी चर्चा के माध्यम से किया जाना है, उसके अनुसार किया जाएगा।”
I have no knowledge about any formula but our party's national president has the authorization for this. He is the authorised person. Whatever has to be done through discussions, it will be done accordingly: Bihar CM and JD(U) leader Nitish Kumar on Union Cabinet expansion pic.twitter.com/mxbMzSDfs1
— ANI (@ANI) July 6, 2021
गौरतलब है कि, पिछले कुछ दिनों से लगातार मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर क़यास लगाए जा रहे हैं जिनमें कहा जा रहा है कि इसी सप्ताह विस्तार किया जा सकता है। जेडीयू के अध्यक्ष आरसीपी सिंह इसी बीच दिल्ली के दौरे पर गए हैं जिसके बाद ये अटकलें लगने लगीं कि उनकी पार्टी को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, जेडीयू सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह चर्चा के लिए दिल्ली आए हैं, शपथ लेने के लिए नहीं। जेडीयू के मुताबिक, 2019 में भी पार्टी ने यही कहा था। पार्टी का कहना है कि भाजपा के 17 सांसद हैं जिसके हिसाब से उसके पांच मंत्री हैं। जबकि जेडीयू के 16 सांसद हैं, इसलिए चार मंत्री बनाए जाने चाहिए।
जेडीयू सूत्रों का कहना है कि हम अतिपिछड़ा, महादलित को प्रतिनिधित्व देना चाहते हैं। पार्टी सूत्रों का तर्क है कि भाजपा के कोटे से सवर्ण समुदाय और एक यादव मंत्री हैं। पार्टी का कहना है कि बातचीत के बाद ही मंत्रिपरिषद में शामिल होने पर फैसला होगा।