रेल राज्यमंत्री ने इंदौर जिले में 189 बेस ट्रांसीवर स्टेशनों (बीटीएस), उन्नत तकनीक के 43 दूरभाष केंद्रों, तेज गति के इंटरनेट नेटवर्क और भारत नेट परियोजना का लोकार्पण किया। इसके साथ ही, बीएसएनएल के भवनों की छतों और टावरों पर कुल 220 किलोवॉट के सौर ऊर्जा संयंत्रों का शिलान्यास किया।
मध्यप्रदेश में दूरसंचार सुविधाओं में इजाफे के लिए अलग-अलग घोषणाएं करते हुए सिन्हा ने कहा कि सूबे में 4G सेवा के 500 नए टावरों के साथ 3G और 2G सेवाओं के कुल 1,500 नए टावर लगाए जाएंगे। इसके साथ ही, राज्य में रेल यात्रा के दौरान निर्बाध नेटवर्क सुनिश्चित करने के लिए 2G सेवा के 81 और 3G सेवा के 59 नए नोड (दूरसंचार यंत्र) लगाए जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि सूबे से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर 2G सेवा के 110 नए बीटीएस और 3G सेवा के 73 बीटीएस लगाए जाएंगे। कार्यक्रम में मौजूद लोकसभा अध्यक्ष और स्थानीय सांसद सुमित्रा महाजन ने कहा कि एक जमाने में बीएसएनएल की खराब सेवाओं के कारण इसका फुल फॉर्म ‘बाहर से नहीं लगता’ और ‘भीतर से नहीं लगता’ भी बताया जाता था। लेकिन अब हालात बदल गए हैं और कम्पनी की सेवाओं में काफी सुधार हुआ है।


















