एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली विश्व की पहली दिव्यांग महिला पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा ने कहा है कि महाकाल के दर्शन एवरेस्ट चढ़ने से भी मुश्किल है। महाकाल मंदिर में अव्यवस्थाओं का आरोप लगाते हुए अरुणिमा ने सोमवार (25 दिसंबर) को यह बाद कही। महाकाल के दर्शन करने पहुंची अरुणिमा ने कहा कि उन्हें एवरेस्ट पर चढ़ने में इतनी दिक्कत नहीं आई, जितना महाकाल मंदिर के दर्शन करने में आई।उन्होंने मंदिर प्रशासन पर दिव्यंगता का मजाक बनाने का आरोप लगाया। अरुणिमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी ट्विटर पर इसकी शिकायत की। गौरतलब है कि रविवार को सुबह साढ़े तीन से चार बजे के बीच अरुणिमा अपनी दो सहयोगियों के साथ महाकाल मंदिर की भस्म आरती में शामिल होने पहुंचीं थीं।
मुझे आपको ये बताते हुए बहुत दुःख है की मुझे Everest जाने में इतना दुःख नहीं हुआ जीतना मुझे महाकाल मंदिर उज्जैन में हुआ वहाँ मेरी दिव्यंगता का मज़ाक़ बना । @PMOIndia @CMMadhyaPradesh
— Dr. Arunima Sinha (@sinha_arunima) December 25, 2017
हिंदुस्तान में छपि रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर के सुरक्षाकर्मियों एवं कर्मचारियों ने उन्हें गर्भगृह में जाने से दो बार रोका। जिसके कारण उसकी उनसे लंबे समय तक बहस हुई। हालांकि, अरुणिमा ने बाद में मंदिर के दर्शन की। महाकाल के दर्शन करने के बाद बाहर आते ही अरुणिमा रो पड़ीं।
अरुणिमा ने आरोप लगाया कि मंदिर के कर्मचारियों ने पहले उनसे कहा कि भस्मातरी एसलीडी में देख लो। बाद में सिर्फ उन्हें गर्भगृह में जाने की अनुमति दी। अरुणिमा खुद नहीं जा सकती थीं इस लिए सहयोगियों को अंदर ले जाने का आग्रह कर रहीं थीं।
मंत्री ने जताया दुख
पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा के साथ महाकाल में दर्शन के दौरान हुई घटना पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट पर लिखा है कि उनको इस पर बेहद अफसोस है। इस घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं। सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार दिव्यांगों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। आप देश का गौरव हैं, भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में आपका स्वागत है।
@sinha_arunima जी आपके साथ महाकाल मंदिर में हुए व्यवहार के बारे में जानकर अफसोस हुआ।जिला प्रशासन को पूरे घटनाक्रम की जाँच के निर्देश दे दिए गए हैं।मप्र सरकार दिव्यांगों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है।आप देश का गौरव हैं, भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में आपका स्वागत है। https://t.co/DQw2Z8wkgz
— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) December 25, 2017
मंदिर प्रशासन करेगा जांच
मामला सामने आने के बाद महाकाल मंदिर प्रशासक अवधेश शर्मा ने कहा कि मामले में जांच की जाएगी। उन्हें मीडिया रिपोर्टो से घटना की सूचना मिली है। मंदिर में विकलांग लोगों के लिए अलग रैंप बना है। किसी को भी यूं रोका टोका नहीं जाता है। अरुणिमा ने मामले में न तो पुलिस और न ही मंदिर प्रशासन में कोई शिकायत दर्ज कराई है। कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी और फुटेज की भी जांच होगी। अगर मामले में कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।