पिछले कुछ समय से देश भर में कई जगहों पर मॉब लींचिंग (भीड़ द्वारा की जा रही हत्या) की घटनाएं देखने को मिला हैं। झूठी अफवाहों के चलते भीड़ ने कई लोगों को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा है। देशभर में उग्र भीड़ (मॉब लिंचिंग) ने विभिन्न राज्यों में करीब 27 लोगों की जान ले ली है। जिसके बाद हरकत में आई केंद्र सरकार ने व्हाट्सऐप को नोटिस भेजा है और अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है।
PHOTO: NDTVनए घटनाक्रम में असम के दिमा हसाओ जिले में तीन ‘साधुओं’ की जान सेना और पुलिसकर्मियों ने बचा ली। बताया जा रहा है कि बच्चा चोरी की अफवाह के चलते भीड़ उनकी जान लेने पर उतारू थी। स्थानीय लोगों ने इन तीनों साधुओं को घेर लिया था अगर सेना के जवान दखल न देते तो बाकी और राज्यों में अफवाह के चलते जिस तरह हिंसक भीड़ हत्याएं कर रही हैं ऐसा ही कुछ यहां भी हो सकता था।
Assam Rifles personnel rescued 3 'sadhus' from Dima Hasao's Mahur yesterday, after they were attacked by a mob on suspicion of being child lifters. #Assam
— ANI (@ANI) July 6, 2018
हिंदुस्तान के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि बच्चा चोरी की अफवाह के बाद गुरुवार (5 जुलाई) को सैंकड़ों लोग साधुओं पर हमला करने के लिए एकत्र हो गए। इसके बाद पुलिस अधिकारी और नजदीकी शिविर में तैनात सैन्यकर्मी आ गए। अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने ‘साधुओं’ के सामानों को खुले में फेंक दिया और इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया। इससे अफवाहों को और बल मिला।
इस घटना के बाद कल उपायुक्त अमिताभ राजखोवा और पुलिस अधीक्षक प्रशांत सैकिया की अध्यक्षता में जिला प्रशासन की कल आपातकालीन बैठक बुलाई गयी।बैठक में विभिन्न समुदाय के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। उन्होंने लोगों से अपील की कि जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार करें और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों में ना फंसें। उन्होंने यह भी कहा कि कानून को अपने हाथ में ना लें और किसी व्यक्ति के संदिग्ध गतिविधियों के बारे में अधिकारियों को सूचित करें।