“चुनाव लड़ने का कोई फैसला किया है?”: ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ पर डिबेट के दौरान एंकर नाविका कुमार ने राकेश टिकैत से पूछा सवाल; किसान नेता ने दिया ये जवाब

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विवादास्पद तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा के बाद विपक्षी दलों समेत तमाम लोगों ने इसे किसानों की बड़ी जीत बताया है। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने मोदी सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के निर्णय का स्वागत किया है। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने स्‍पष्‍ट कर दिया है कि किसान आंदोलन तत्‍काल वापस नहीं होगा। इसी मुद्दे को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत टाइम्स नाउ ग्रुप के हिंदी समाचार चैनल ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ पर एंकर नाविका कुमार के साथ चर्चा कर रहे थे। इस डिबेट का एक छोटा सा वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसपर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

राकेश टिकैत

इस दौरान नाविका कुमार ने राकेश टिकैत से पूछा- “चुनाव लड़ने का कोई फैसला किया है? 2007 में आपने कांग्रेस के समर्थन के साथ चुनाव लड़ा था तो इस बार चुनाव लड़ेंगे क्या?” राकेश टिकैत ने जवाब देते हुए कहा, “ना हम नहीं लड़ते चुनाव, हमें चुनाव नहीं लड़ना आप लड़ लेना। चुनाव तो टीवी के एंकर लड़ेंगे। जो भाजपा के प्रवक्ता बनकर बोल रहे हैं उनको टिकट दिलाया जाएगा। टिकैत ने कहा कि सरकार बात नहीं कर रही लेकिन एंकर सबसे ज्यादा बोल रहे हैं।”

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए किसान नेता ने आगे कहा कि, “किस-किस को चुनाव लड़ना है, आप बता दीजिए। आपको भी टिकट दिलवा देंगे। जरा सी काम की बात कर लो।” इस पर एंकर ने पूछा- “आप तो सरकार से बात करना ही नहीं चाह रहे थे?” इस सवाल पर टिकैत ने कहा, “हम क्यों नहीं बात करना चाह रहे थे? आप बात करवाइए हम क्यों नहीं बात करेंगे।”

शो की एंकर ने कहा कि इतनी बार आपको सरकार ने बातचीत के लिए बुलाया लेकिन आप गए नहीं? एंकर इसी मुद्दे पर आगे कुछ बोलना चाहा तो टिकैत ने कहा कि आपको बात करने की बीमारी है इसलिए दूसरों की बात सुनना ही नहीं चाहती हैं। डिबेट का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसपर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रकाश पर्व के मौके पर राष्‍ट्र के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करके हर किसी को चौंका दिया। उन्‍होंने अपने संबोधन में आंदोलन खत्‍म कर किसानों को घर लौटने की अपील की है। उन्‍होंने कहा कि किसान अपने खेत में लौटें, अपने परिवार के बीच लौटें।

प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित करते हुए कहा, ”आज मैं आपको, पूरे देश को, ये बताने आया हूँ कि हमने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि क़ानूनों को रद्द करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे।”

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