प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान की खरीद में कथित घोटाले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर प्रहार किया है। पत्रकारों से बात करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि उनके पास राफेल से जुड़े कई कागजात हैं और जल्द ही इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे।
फाइल फोटोसमाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा, ‘अगर लोकपाल होता तो राफेल जैसा घोटाला नहीं हुआ होता। मेरे पास राफेल से जुड़े कई कागजात हैं, मैं दो दिन इनका अध्ययन करने के बाद एक अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करूंगा। मुझे एक बात समझ नहीं आती कि समझौते से एक महीने पहले बनी एक कंपनी को इसमें सहयोगी कैसे बनाया गया।’
हजारे ने कहा कि वह 30 जनवरी को अपने गांव रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल शुरू करेंगे। वह सरकार द्वारा मांगें पूरी होने तक इसे जारी रखेंगे। पिछले साल मार्च में हजारे व उनके समर्थकों ने लोकपाल कानून लागू करने की मांग को लेकर रामलीला मैदान में एक सप्ताह भूख हड़ताल की थी।
अन्ना हजारे ने कहा, ‘अतीत में सरकार लिखित में कह चुकी है कि वह लोकपाल कानून पारित करेगी। किसानों को पेंशन व डेढ गुना अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य उपलब्ध कराएगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब मैं और झूठे आश्वासनों पर भरोसा नहीं करूंगा, जीवन रहने तक भूख हड़ताल जारी रखूंगा।’
हजारे ने कहा,’किसी संवैधानिक संस्था का आदेश लागू नहीं करना देश को लोकतंत्र से तानाशाही की तरफ ले जाता है। यह सरकार भी ऐसा ही कर रही है। यह कैसी सरकार है जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं करती, यह सरकार है या कोई बनिया की दुकान।’