समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। जिसके चलते पवार ने कहा है कि वे इस मामले में अन्ना के खिलाफ अदालत में आपराधिक और दीवानी मामला दर्ज कराएगें।
महाराष्ट्र के सहकारी चीनी मिलों में 25,000 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में शरद पवार का नाम आते ही एनसीपी ने अन्ना हजारे को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एजेंट करार दिया है। इसके अलावा एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार ने अन्ना हजारे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का संकेत भी दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल में वरिष्ठ समाजसेवक अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के बारे में खुलासा करते हुए शरद पवार पर एक बड़ा आरोप लगाया है, जिसमे उन्होंने कहा है कि राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार व उनके भतीजे अजीत पवार ने राज्य के सहकारी शक्कर कारखानों में 25 हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया है।
अन्ना हजारे ने यह बात उच्च न्यायालय में दाखिल जनहित याचिका में कही है। जिसमे उन्होंने इस मामले की जाँच सीबीआई से करवाने को कहा है। हजारे ने सहकारी शक्कर कारखानों के व्यवहार में शरद पवार, अजीत पवार व उनके सहयोगियों के शामिल होने का आरोप लगाया है।
जबकि इस मामले में बुधवार को ठाणे में आयोजित एक में कार्यक्रम पवार ने कहा, अन्ना आरएसएस एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। अन्ना की अर्जी के कारण मुझे सूबे में चीनी उद्योग को बचाने के लिए अपने निर्णयों की व्याख्या करने का एक अवसर मिल रहा है। हालांकि मैं हैरान हूं कि वह 25 हजार करोड़ रुपये का आंकड़ा कहां से लाए हैं?
पूर्व कृषि मंत्री ने कहा, हमने जो कुछ भी किया वह सिर्फ चीनी उद्योग को बचाने के लिए था। हमारा इरादा बिल्कुल साफ था। पवार ने बताया कि उन्होंने कानून विशेषज्ञों से सलाह ली है। वह मानहानि के लिए आपराधिक के साथ दीवानी मुकदमा भी दायर करेंगे।