मोदी तेरे राज में मुंजी गई ब्याज़ में और पैराली गई शर्म लिहाज़ में जाट समुदाय की इस लाईन से उत्तर प्रदेश चुनाव में बीजेपी की तरफ उनकी नाराज़गी साफ ज़ाहिर हो रही है।
मुजफ्फरनगर के खराड़ में में 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश और हरियाणा से आए लगभग 35 खाप नेताओं ने एक सभा आयोजित की। जिसमें मोदी सरकार की जमकर आलोचना हुई।
जनसत्ता की खबर के अनुसार, खाप नेताओं ने 2017 के आगामी उत्तर प्रदेश के चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने का ऐलान किया। सभा में जाट आरक्षण, किसान कर्ज, फसल का उचित न्यूनतम मूल्य, गन्ना किसानों का बकाया भुगतान, नोटबंदी से रबी फसल की बुआई में हुई देरी समेत कई मुद्दों को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की गई। खाप नेताओं ने ऐलान किया कि इस बार यूपी के चुनाव में जाट समुदाय बीजेपी को हराने के लिए वोट करेंगे।
जाट समुदाय ने 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में वोट किया था। राज्य में भाजपा के स्वच्छ भारत मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 8 जनवरी 2017 को लगभग 35 खाप नेता और यूपी हरियाणा के हजारों जाट मुजफ्फरनगर में इकट्ठा हुए और ऐलान किया संगठन बीजेपी के लिए दोबारा वोट नहीं करेगा।
चौधरी सुभाष बालियान ने कहा, ‘यहां खाप नेताओं में मोदी के लिए बेहद गुस्सा है,मोदी सरकार ने ना सिर्फ जाटो के आरक्षण को मना किया बल्कि जो भी वादे किए गए थे उनमें से एक भी पूरा नहीं हुआ है। बाहर जाकर देखों क्या बदला है क्या कुछ बदला? मोदी ने इतने वादे किए कि हमने अपने अजित सिंह को हरा दिया लेकिन ये दोबारा नहीं होगा’।
बालियान ने आगे कहा, “मुजफ्फरनगर दंगों ने बीजेपी को फायदा पहुंचाया लेकिन इसका अंजाम हमें भुगतना पड़ रहा है। हमारे बच्चे जेलों में बंद हैं। बीजेपी चाहती है कि हम बस बेवजह मुसलमानों से लड़ते रहें”