भारतीय क्रिकेट टीम को बड़ा झटका लगा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार (28 जनवरी) को भारतीय ऑलराउंडर अंबाती रायडू को इंटरनेशनल मैच में गेंदबाजी करने से निलंबित कर दिया। आईसीसी ने रायडू के इंटरनेशनल क्रिकेट में गेंदबाजी करने से इसलिए प्रतिबंधित कर दिया क्योंकि इस भारतीय क्रिकेटर ने 14 दिन की निर्धारित समय सीमा के भीतर अपने संदिग्ध एक्शन की जांच कराने से इनकार कर दिया।

आईसीसी के नियमों के मुताबिक, जब किसी क्रिकेटर का गेंदबाजी ऐक्शन संदिग्ध पाया जाता है तो उसे 14 दिनों के भीतर अपनी गेंदबाजी ऐक्शन का टेस्ट देना होता है। इसी के चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन तब तक लागू रहेगा, जब तक वह अपना टेस्ट नहीं देते और उनके बोलिंग ऐक्शन को वैध नहीं पाया जाता।
रायडू के एक्शन की शिकायत 13 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे के दौरान की गई थी। हालांकि रायुडू की गेंदबाजी पर लगे इस प्रतिबंध का भारतीय टीम के लिहाज से कोई ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है। इसका कारण यह है कि रायडू टीम इंडिया के नियमित गेंदबाज नहीं हैं और कभी कभार ही उन्हें स्पिन गेंदबाज के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
JUST IN: Ambati Rayudu has been suspended from bowling in international cricket.
Details ?https://t.co/n400JyZJdf pic.twitter.com/0QUfFfmnUs
— ICC (@ICC) January 28, 2019
पीटीआई के मुताबिक आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘इस खिलाड़ी ने 14 दिन की समय सीमा के भीतर अपने गेंदबाजी एक्शन की जांच कराने से इनकार कर दिया लिहाजा उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी करने पर तुरंत प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है।’ गेंदबाजी एक्शन की वैधता संबंधी आईसीसी नियमों के प्रावधान 4.2 के तहत उन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
क्रिकेट की शीर्ष संस्था, आईसीसी ने आगे कहा कि उसकी जांच होने तक यह यह प्रतिबंध लागू रहेगा। उन्हें यह दिखाना होगा कि वह वैध एक्शन के साथ गेंदबाजी कर सकता है। हालांकि थोड़ी बहुत राहत की यह है कि रायडू बीसीसीआई की सहमति से घरेलू क्रिकेट में गेंदबाजी कर सकते हैं। रायडू मूल रूप से बल्लेबाज है और वनडे क्रिकेट में अब तक 49 मैचों में सिर्फ 121 गेंद डाली है। (पीटीआई इनपुट के साथ)