नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने रविवार (6 जनवरी) को बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें ‘परेशान’ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। देश में भीड़ हिंसा पर प्रतिक्रिया देने और गैर सरकारी संगठनों पर सरकार द्वारा की जा रही कथित कार्रवाई के खिलाफ एमनेस्टी इंडिया के लिए एक वीडियो में आने की वजह से शाह विवादों में आ गए हैं।
FILE PHOTO: Wondrosसेन ने कहा कि नसीरुद्दीन शाह को ‘परेशान’ करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बता दें कि वीडियो में शाह ने शुक्रवार को कहा कि जो अधिकारों की मांग कर रहे हैं, उन्हें कैद किया जा रहा है। सेन ने कहा कि हमें अभिनेता को परेशान करने के इस तरह के प्रयासों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। देश में जो कुछ हो रहा है, वह आपत्तिजनक है और इसे जरूर रोका जाना चाहिए।
आपको बता दें कि नसीरुद्दीन शाह ने कुछ दिन पहले एक बयान जारी कर कहा था कि जिस तरह से देश में हालात होते जा रहे हैं ऐसे में उन्हें भी यह डर सताने लगा है कि कल कहीं उनके बच्चों को भी कोई हिंदू और मुसलमान बताकर मार न दें। शाह के इस बयान के बाद जमकर बवाल हुआ था। इस विवाद के बाद शाह ने एक बार फिर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से धर्म के नाम पर नफरत की दीवार खड़ी की जा रही है, वह किसी के लिए भी अच्छा नहीं है।
वहीं, हाल ही में एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने नसीरुद्दीन शाह के बयानों को लेकर एक वीडियो जारी किया था। जिसमें वह कह रहे हैं कि हमारे देश का संविधान हमें बोलने, सोचने, किसी भी धर्म को मानने और इबादत करने की आजादी देता है। लेकिन, अब देश में मजहब के नाम पर नफरतों की दीवार खड़ी की जा रही है। जो लोग इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं, उन्हें इसकी सजा दी जाती है।