PM मोदी और भागवत के मुरीद हुए अमर सिंह, BJP में शामिल होने को लेकर कही बड़ी बात

0

समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व महासचिव अमर सिंह ने शनिवार(16 सितंबर) को कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) में शामिल होने की किसी पेशकश से इनकार नहीं करेंगे, लेकिन उन्होंने बीजेपी से जुड़ने के लिए कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया है।न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, सपा से निष्कासित सिंह ने मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक फिल्म के विशेष शो में शामिल होने के दौरान संवाददाताओं से कहा कि, ‘बीजेपी बहुत बड़ी पार्टी है। मैं यह नहीं कहूंगा कि यदि मुझे अवसर मिलेगा, तो मैं बीजेपी में नहीं जाऊंगा, लेकिन मुझे यह अवसर दे कौन रहा है? मैंने यह अवसर हासिल करने के लिए कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया है।’

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मोदी में कोई बुराई दिखाई देगी, तो वह उनकी आलोचना भी करेंगे, लेकिन इस तथ्य को कौन नकार सकता है कि प्रधानमंत्री की मां और उनके नजदीकी रिश्तेदार आज भी आम नागरिकों की तरह जीवन-यापन करते हैं और सरकारी अस्पतालों में इलाज कराते हैं।

सिंह ने मोदी सरकार के विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि फिलहाल केवल विरोध के नाम पर विरोध की राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि जीएसटी की शुरुआत के लिए संसद में बुलाए गए विशेष सत्र से कांग्रेस महज इसलिए गायब रही, क्योंकि नई कर प्रणाली के बारे में मोदी घोषणा कर रहे थे।

सिंह के मुताबिक, इन दिनों राजनीति का जो स्वरूप देखने को मिल रहा है, वह बहुत ही क्रूर और निष्ठुर है। उन्होंने कहा कि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भी मानते हैं कि जनसंवाद में श्री मोदी उनसे बेहतर नेता हैं। सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में ये तत्व जरूरी है कि जिसमें जो भी अच्छी बात हो उसे सहर्ष स्वीकार किया जाए। उन्होंने स्वच्छता अभियान की भी प्रशंसा की।

साथ ही सिंह ने जेडीयू के बागी नेता शरद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि यादव पहले यह बताएं कि अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री काल में जब वह राजग के संयोजक थे, तब उन्हें देश में सांप्रदायिकता क्यों नहीं नजर आ रही थी? इसके अलावा सिंह ने कहा कि इन दिनों देश की सियासत में सांप्रदायिकता और धर्मनिरपेक्षता एक मजाक बनकर रह गई है।

सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हाल में अयोध्या राम मंदिर पर अदालत के फैसले को अंतिम निर्णय मानने के बयान को धर्म निरपेक्ष कदम बताया। यहां उन्होंने जल्द ही प्रदर्शित होने वाली अपनी फिल्म ‘जेडी’ के संबंध में भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि फि़ल्म में वे एक राजनेता के रोल में हैं। फिल्म जेडी यानी जर्नलिज्म डिफाइन देश के एक बहुचर्चित व विवादित सच्चे घटनाक्रम पर आधारित है।

Previous articleवीरेंद्र सहवाग के ‘सेटिंग’ वाले बयान को सौरव गांगुली ने बताया ‘मुर्खतापूर्ण’, बाद में दी सफाई
Next articleQuestions raised on Modi’s grand birthday celebrations amidst national mourning