कोरोना वायरल संकट के बीच धार्मिक कार्यक्रम के कारण सुर्खियों में आई निजामुद्दीन मरकज मामले में दिल्ली पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और ओखला विधानसभा सीट से विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा कि उन्होंने निजामुद्दीन मरकज में लोगों के फंसे होने की जानकारी पुलिस को दी थी लेकिन इनको भेजने का इंतजाम क्यों नहीं किया गया?
AAP विधायक अमानतुल्ला खान ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करके कहा, ”23 मार्च को रात 12 बजे मैंने डीसीपी साउथ ईस्ट और एसीपी निजामुद्दीन को बता दिया था कि निजामुद्दीन मरकज़ में 1000 के आस-पास लोग फंसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतज़ाम क्यों नहीं किया।”
23 मार्च को रात 12 बजे मैंने DCP South East और ACP Nizamuddin को बता दिया था कि निज़ामुद्दीन मरकज़ में 1000 के आस पास लोग फसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतज़ाम क्यों नही किया।
— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) March 31, 2020
हालांकि, अमानतुल्लाह खान के इस बयान को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अमानतुल्लाह खान के अलावा मरकज की तरफ से भी ये दावा किया गया है कि उनकी ओर से पुलिस को जानकारी भी दी गई थी और लोगों को निकालने की गुहार भी की गई थी। मरकज की ओर से वो लेटर भी दिखाया गया है जो पुलिस को लिखा गया। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इस मामले में एफआईआर के लिए उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल को खत लिखा है।
दिल्ली पुलिस ने तबलीगी जमात की लापरवाही के मामले में ऐक्शन लेना शुरू कर दिया है। क्राइम ब्रांच ने मौलाना शाद समेत निजामुद्दीन मरकज में जमात के आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 269, 270, 271 और 120- बी के तहत मुकदमा दर्ज किया है।