AAP से निलंबित अमानतुल्लाह खान को विधानसभा समिति में मिली अहम जिम्मेदारी

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आम आदमी पार्टी (आप) में मचे घमासान के बीच पार्टी से निलंबित किए गए विधायक अमानतुल्लाह खान को विधानसभा की समितियों में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। AAP के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में खान को पार्टी से बुधवार(3 मई) को निलंबित किया गया था।विधानसभा के सचिव प्रसन्न कुमार सूर्यदेवरा द्वारा साल 2017-2018 के लिए विधानसभा की समितियों के पुनर्गठन के लिए जारी आदेश में ओखला से विधायक खान को 6 समितियों में जगह दी गई है। इतना ही नहीं पिछले साल अश्लील सीडी प्रकरण में मंत्री पद से बर्खास्त किए गए संदीप कुमार को भी अनुसूचित जाति जनजाति समिति का सदस्य बनाया गया है।

इस समिति में खान को भी सदस्य बनाया गया है। विधानसभा सचिवालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, खान को एससी-एसटी समिति के अलावा विशेषाधिकार समिति, विधायकों के वेतन भत्ते संबंधी समिति, आचार समिति, गैर-सरकारी एवं प्रस्ताव समिति का सदस्य बनाया गया है, जबकि खान को अल्पसंख्यक कल्याण समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। चालू वित्त वर्ष के लिए विधानसभा की कुल समितियों का पुनर्गठन किया गया है। इनमें से 6 महत्वपूर्ण समितियों में खान को जगह दी गई है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, नगर निगम चुनाव(MCD ) में मिली हार के बाद कुमार विश्वास ने बिना किसी नाम लिए पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद विधायक अमानतुल्लाह खान ने विश्वास पर निशाना साधा था। अमानतुल्लाह ने 30 अप्रैल को कुमार विश्वास पर पार्टी तोड़ने और हड़पने के आरोप लगाते हुए विश्वास पर बीजेपी और RSS के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था।

साथ ही अमानतुल्लाह ने विश्वास को बीजेपी और आरएसएस का ‘एजेंट’ तक करार दे दिया था। खान ने कहा कि कुमार विश्वास ने अपने जन्मदिन पर अजित डोभाल और आरएसएस कार्यकर्ताओं को बुलाया था। खान ने आरोप लगाया था कि विश्वास आप को तोड़ना चाहते हैं।

इसके बाद से ही अमानतुल्लाह पार्टी के कई विधायकों के निशाने पर आ गए थे और उन्हें पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी (पीएसी) से बाहर जाना पड़ा था। लेकिन 2 मई को खान की ओर से लगाए गए आरोपों पर कुमार विश्वास ने पत्रकारों से बातचीत में ‘आप’ पर जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा था कि मैं मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना चाहता। मगर पार्टी की गलत नीति पर लगातार सवाल उठाता रहूंगा। विश्वास ने कहा कि अमानतुल्लाह खान तो महज मुखौटा हैं। उनके पीछे कोई और बोल रहा है। उन्हें कोई पद नहीं चाहिए, मगर जब जरूरत होगी तो वह बोलेंगे।

कुमार विश्वास ने वसुंधरा स्थित अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में सवाल उठाया कि दूसरी पार्टी से कोई विधायक यदि अरविंद केजरीवाल या मनीष सिसोदिया के खिलाफ बयान देता तो 10 मिनट में पार्टी से बाहर कर दिया जाता, मगर उनके मामले में ऐसा नहीं हो रहा है।

आखिरकार मामला गर्म होने पर 3 मई को हुए पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी (पीएसी) की बैठक में अमानतुल्लाह खान को पार्टी से निलंबित करने का फैसला लिया गया था। साथ ही कुमार विश्वास को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देते हुए राजस्थान का प्रभारी नियुक्त किया गया। तब जाकर आप में मची खलबली शांत हुई।

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