इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक पार्टियों के बीच वार-पलटवार का दौरान शुरू हो गया है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच बुधवार को ट्वीट वार देखने को मिला। दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा-बसपा गठबंधन पर निशाना साधते हुए एक अंग्रेजी में ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ‘बुआ-बबुआ’ के गठबंधन को स्वीकार नहीं करेगी। जातिवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का वक्त अब खत्म हो चुका है।
अक्सर हिंदी में ट्वीट करने वाले सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला बोलने के लिए ‘अंग्रेजी’ का सहारा लेते हुए आगे लिखा कि उत्तर प्रदेश के राजनीतिक तौर पर जागरूक लोगों को पता है कि शून्य को पांच बार गुणा करने पर नतीजा भी शून्य ही आता है। यहां तक तो सबकुछ ठीक था, लेकिन सीएम योगी ने अपने इस ट्वीट में ‘cock-a-snook’ शब्द का इस्तेमाल किया, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
People of Uttar Pradesh will cock-a-snook at 'Bua and Babua' Alliance. Time for casteism, nepotism and corruption is over now and politically vigilant people of UP will make sure that 5 multiplied by zero results into zero this time.#उत्तरप्रदेश_74पार #PhirEkbarModiSarkar
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 13, 2019
‘कॉक-ए-स्नूक’ शब्द को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव को सीएम योगी पर निशाना साधने का मौका मिल गया। सीएम योगी के इस ट्वीट के जवाब में अखिलेश ने भी ट्वीट कर तंज कसा है। अखिलेश ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री योगी से ‘cock-a-snook’ शब्द का अर्थ बताने की गुजारिश की है। अखिलेश ने लिखा ‘मुख्यमंत्री जी हम समझ नहीं सके! आप हिंदी में “cock a snook” का मतलब बता दीजिए या बेहतर यह होगा कि आप इसको करके दिखा दीजिए, ताकि जनता भी समझ जाए उन्हें क्या करना है।’
मुख्य मंत्री जी हम समझ नहीं सके! आप हिंदी में “cock a snook” का मतलब बता दीजिए या बेहतर यह होगा कि आप इसको कर के दिखा दीजिए ताकि जनता भी समझ जाए उन्हें क्या करना है। https://t.co/MbnLRh5uNH
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 13, 2019
बता दें कि आदित्यनाथ को अंग्रेजी में ट्वीट करने के लिए नहीं जाना जाता है, लेकिन उन्होंने विपक्षी एकता पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इस भाषा का सहारा लिया। दरअसल, इस शब्द का मतलब होता है कि जानबूझकर ये दिखाना कि आप दूसरे को सम्मान नहीं दे रहे हैं।
11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे लोकसभा चुनाव
बता दें कि चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने पिछले दिनों चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुए बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 11 अप्रैल को होने वाले मतदान की अधिसूचना 18 मार्च को जारी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि 2014 में 16वीं लोकसभा का चुनाव नौ चरण में कराया गया था।
अरोड़ा ने बताया कि आम चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। अरोड़ा ने बताया कि दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल, तीसरे चरण का मतदान 23 अप्रैल, चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल, पांचवें चरण का मतदान छह मई, छठवें चरण का मतदान 12 मई और सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा। अरोड़ा ने बताया कि 23 मई को मतगणना के आधार पर चुनाव परिणाम घोषित होगा। समूची चुनाव प्रक्रिया 27 मई को सम्पन्न करने का लक्ष्य तय किया गया है।