आरटीआई के तहत गृह मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, साल 2015 में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन की 405 घटनाएं सामने आई, जबकि 2016 में 449 घटनाएं सामने आई। मिली जानकारी के अनुसार, साल 2015 में सीमा पर सीजफायर के उल्लंघन की 405 घटनाओं में 10 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए, जबकि 2016 में नियंत्रण रेखा के साथ ही अन्य स्थानों पर हुई ऐसी 449 घटनाओं में 13 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए।
इतना ही नहीं अभी आज भी जम्मू-कश्मीर में एक सेना अधिकारी का अपहरण कर हत्या कर दी गई। वहीं, छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 24 अप्रैल को नक्सलवादियों ने CRPF की एक टीम पर हमला किया था। उस हमले में 25 जवान शहीद और छह गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे।