राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के साथ गतिरोध के एक महीने बाद कांग्रेस की वापसी पर सचिन पायलट ने पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का धन्यवाद किया है। बता दें कि, पायलट की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मंगलवार को कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी में उनकी “वापसी का स्वागत” किया।
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने ट्वीट में लिखा, “मैं श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी को धन्यवाद देता हूं। इन्होंने हमारी शिकायतों पर ध्यान दिया। मैं अपने विश्वास को लेकर दृढ़ हूं। मैं एक बेहतर भारत के लिए काम करता रहूंगा, ताकि राजस्थान के लोगों से किए गए वादों को पूरा किया जा सके और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की जा सके।”
I thank Smt Sonia Ji, @RahulGandhi Ji, @priyankagandhi Ji & @INCIndia leaders for noting & addressing our grievances.I stand firm in my belief & will continue working for a better India, to deliver on promises made to the people of Rajasthan & protect democratic values we cherish pic.twitter.com/kzS4Qi1rnm
— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 10, 2020
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने रहेंगे और पायलट को क्या भूमिका दी जानी चाहिए, इस पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद पायलट ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार और संगठन के कई ऐसे मुद्दे थे जिनको हम रेखांकित करना चाहते थे। चाहे देशद्रोह का मामला हो, एसओजी जांच का विषय हो या फिर कामकाज को लेकर आपत्तियां हों, उन सभी के बारे में हमने आलाकमान को बताया।’’
बता दें कि, पायलट की कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात विधानसभा सत्र आरंभ होने से कुछ दिनों पहले हुई है। 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र आरंभ होगा। मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ खुलकर बगावत करने और विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया था।
बागी रुख अपनाने के साथ ही पायलट कई बार स्पष्ट कर चुके थे कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। पायलट और उनके साथी 18 अन्य विधायकों की बगावत के कारण गहलोत सरकार मुश्किल में आ गई थी। गहलोत और कांग्रेस अपनी सरकार बचाने के लिए पिछले कई हफ्तों से जुटे हुए थे। पहले विधायकों को जयपुर के होटल में रखा गया था। बाद में उन्हें जैसलमेर के एक होटल में भेज दिया गया।