सोशल मीडिया पर 2000 में संघ लोक सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय 19 रैंक हासिल करने के उनके दावों का मजाक उड़ने के बाद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सफाई दी है।
आज तक के एक कॉन्क्लेव में हिस्सा लेते हुए पात्रा ने कहा था, “हम मुर्गे और बैल की लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं…आपने मुझसे मेरी योग्यता के बारे में पूछा। मैंने सोचा कि मैं आपको बता दूं कि मैं आईटीडीसी का अध्यक्ष क्यों बना। मुझसे पहले शंकरसिंह वाघेला (कांग्रेस के) इसके अध्यक्ष थे। मैं उससे ज्यादा काबिल हूं। मैंने एमबीबीएस, एमएस किया है। मैंने लंदन से MRCS किया है। उसके बाद मैंने यूपीएससी को पास किया और अखिल भारतीय 19वीं रैंक हासिल की।”
पात्रा ने बाद में कहा कि उन्होंने 2000 में यूपीएससी परीक्षा में अखिल भारतीय 19 रैंक हासिल की थी।
कांग्रेस के कन्हैया कुमार ने भारतीय पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने के लिए उनकी योग्यता पर सवाल उठाया था।
यूपीएससी परीक्षा पास करने का उनका दावा नेटिज़न्स को रास नहीं आया। उन्होंने भाजपा प्रवक्ता पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। कई लोगों ने कहा कि उन्होंने 2000 के यूपीएससी परिणामों के रिकॉर्ड की जांच की है और पात्रा का नाम सूची से गायब है।
Yesterday BJP leader Sambit Patra blatantly lied on @aajtak that he was UPSC’s 19th rank holder in 2000. It can be easily verified that not a single person named Sambit ever qualified for UPSC in 2000.
Link for reference: https://t.co/3g75qOTdnW pic.twitter.com/cM36Fh74I3
— Aditya Goswami (@AdityaGoswami_) December 5, 2021
Like him or hate him, but you have to appreciate Dr. Sambit Patra for the fact that he has saved so many lives. By giving up medical practice.
— PuNsTeR™ (@Pun_Starr) December 5, 2021
Fact Check : BJP Spokesperson Sh. Sambit Patra on a live television debate claimed that he got AIR 19 in UPSC exam in 2000.
Fact is no one named Sambit qualified in UPSC 2000 exam. Legal action to be initiated against Sh. Swaraj for falsely claiming on live TV.
— Anshuman Sail (@AnshumanSail) December 5, 2021
Mahatma Gandhi trying to find Sambit Patra’s name in 2000 UPSC result. pic.twitter.com/kVUGwDZ8zu
— Mr.Fixit (@yippeekiyay_dk) December 5, 2021
सोशल मीडिया पर मज़ाक़ उड़ने के बाद पात्रा ने ट्विटर पर स्पष्ट किया कि उनका मतलब यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा से नहीं था। इसके बजाय, उन्होंने कहा, वह संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा का जिक्र कर रहे थे, जिसे CMS भी कहा जाता है। उन्होंने ट्वीट किया, “सीएसई के अलावा ..यूपीएससी सीएमएस परीक्षा भी आयोजित करता है .. मुझे लगा कि “तथाकथित” शिक्षित लोग यह जानते हैं .. लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ इस तथ्य से अनजान हैं!”
हिंदी टीवी चैनल आजतक द्वारा आयोजित एक कॉन्क्लेव की कार्यवाही में उस समय असामान्य रुकावट का सामना करना पड़ा, जब भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने चैनल के मालिक अरुण पुरी और उनकी बेटी कल्ली पुरी से बार-बार आग्रह किया कि वो उनके बचाव में आये क्यूंकि कांग्रेस प्रवक्ता कन्हैया कुमार उन्हें कथित तौर पर झूठे बयान देने के लिए बार बार घेर कर बोलने से रोक रहे हैं।