दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति से पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लोगों के लिए वेबसाइट पर सार्वजनिक करे और यह सुनिश्चित करे कि डिग्री के दस्तावेज सुरक्षित हैं। क्योंकि अरविन्द केजरीवाल को उनके दस्तावेजों के साथ किसी बड़ी दुघर्टना की आशंका थी।
अब खुद आम आदमी पार्टी ने पीएम नरेन्द्र मोदी की स्थान पर एक अन्य व्यक्ति को खोज निकालने के प्रमाण प्रस्तुत करने का दावा किया है जिसका नाम नरेन्द्र महावीर दामोदर है। आप का दावा है कि जिस तारीख को पीएम मोदी ने अपने गे्रजुएशन की तिथी बताया है उसी दिन दिल्ली विश्वविद्यालय से किसी नरेन्द्र महावीर मोदी ने ग्रेजुएशन किया था।
हालांकि अरविन्द केजरीवाल डिग्री वाले प्रहारों पर अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। गौरतलब है कि वर्ष 2014 के आम चुनाव के पहले मोदी ने अपने हलफनामे में 1978 में डीयू से ग्रेजुएशन और 1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री हासिल करने की जानकारी दी थी। वैसे एक 15 साल पुराने इंटरव्यू में मोदी ने कहा था कि उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में घर छोड़ दिया था और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अपने मार्गदर्शक की प्रेरणा के बाद डिग्री हासिल की थी।
अभी प्रधानमंत्री की डिग्री से सम्बधित जवाब दिल्ली विश्वविद्यालय से आना बाकि है लेकिन उससे पहले ही अरविन्द केजरीवाल सेना से नरेन्द्र महावीर मोदी के प्रमाण पत्रों को खोज निकालकर बड़े-बड़े जासूसों को भी मात दे दी है।