मध्य प्रदेश के ग्वालियर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों के गलत आवंटन को लेकर एक महिला ने सरकारी कर्मचारी को चप्पल से पीट दिया। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान के कथित गलत आवंटन पर कुछ महिलाओं की कुछ अधिकारियों से बहस हो रही थी। इसी दौरान एक महिला को अधिकारी पर इतना गुस्सा आया कि उसने सीधे अपनी चप्पल निकालकर उस पर बरसानी शुरू कर दी।
समाचार एजेंसी ANI ने घटना का एक वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में दिख रहा है कि, एक हरी साड़ी पहने महिला अधिकारी को चप्पल से पीट रही है। इस दौरान उन्हें रोकने की कोशिश भी की गई। घटना के बाद से अफसरों और कर्मचारियों में दहशत है।
महिलाओं का आरोप है कि योजना के तहत गलत तरीके से घरों का आवंटन हुआ है। इसी बात को लेकर वह अधिकारियों से शिकायत करने पहुंची थीं लेकिन दोनों पक्षों के बीच बातचीत बहस में तब्दील हो गई और फिर मारा-पीटी पर उतर आई।
देखिए वीडियो
#WATCH Madhya Pradesh: A woman thrashes a govt official with a slipper as a group of women engages in a verbal spat with him over alleged wrongful allocations of houses under Pradhan Mantri Awas Yojana, in Gwalior. The women alleged that houses have been wrongly allocated.(03.10) pic.twitter.com/5AEKR9eHUz
— ANI (@ANI) October 3, 2019
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास पाने के लिए योग्य और सही लाभार्थी के चयन में लगातार धांधली बरते जाने की शिकायतें मिल रही थीं। लोगों का आरोप है कि अफसर पैसे लेकर कुछ खास लोगों को ही आवास योजना का फायदा पहुंचाते हैं। जो सही और पात्र लाभार्थी हैं, उन्हें इसका फायदा नहीं मिल रहा है।
इसको लेकर कई बार लोगों ने अफसरों के सामने बातें रखीं, लेकिन आरोप है कि अफसर उनकी बातों को नहीं सुनते हैं, जबकि अफसरों का कहना है कि योजना में कहीं कोई धांधली नहीं है। जो पात्र लाभार्थी हैं, उनके ही नाम आवास का आवंटन हो रहा है। इसको लेकर विवाद गहराता जा रहा है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने वादा किया था कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत साल 2022 तक देश के सभी नागरिकों को घर मुहैया कराए जाएंगे। बता दें कि पीएम मोदी ने 25 जून, 2015 को महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना शुरू की थी। इसके तहत 2022 तक शहरी गरीबों के लिए 2 करोड़ घर तैयार करने की योजना थी। उस वक्त पीएम मोदी ने देशवासियों से वादा किया था कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर देश के हर नागरिक के पास अपना घर होगा।