बिहार की नई नवेली सरकार ने कामकाज का नया रेकार्ड बनाकर दिखाया। केवल 9 घटें के समय में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुनी 1000 से अधिक लोगों की फरियाद। महागठबंधन सरकार बनने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को जनता के दरबार में लोगों की फरियाद पर कारवाई की।
सुबह साढ़े 10 बजे शुरू हुए जनता दरबार में लोगों की काफी भीड़ थी इसलिये मुख्यमंत्री पौने आठ तक लोगों से बात करते रहे। सवा नौ घंटे तक चले इस दरबार ने पिछले 11 वर्षो में सर्वाधिक देरी से चलने वाला रेकार्ड बनाया। इसमें मुख्यमंत्री ने राजस्व, भूमि सुधार, गृह विभाग, पुलिस एवं प्रशासन, निबंधन विभाग आदी से जुड़ी समस्याओं को सुना।
इस जनता दरबार में 1007 फरियादियों की शिकायतें सुनी गई जिसमें 218 महिलाए थी। जनता की शिकायतें सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने उसके निबटारे के लिये समबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। दरबार में सभी विभागों से जुड़े हुए अधिकारी मौजूद थे।
जनता दरबार में तरह-तरह की शिकायतें लोगों की सुनने को मिली जिसमें किसी को नौकरी चाहिए, किसी को मेडल, कोई पुलिस को लेकर परेशान दिखा तो कोई मुख्यमंत्री से ही नाराज दिखा। किसी को न्याय नहीं मिल रहा था तो कोई कचहरी के चक्कर लगा-लगा कर परेशान दिखा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धेर्य के साथ लोगों से संवाद बनाया और मौके पर ही कई समस्याओं का निबटारा किया।