उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश बेअसर होता दिखाई दे रहा है। जी हां, योगी सरकार के 33 मंत्रियों ने अब तक अपनी संपत्तियों का ब्यौरा घोषित नहीं किया है। विधानसभा सचिवालय द्वारा 10 जुलाई को जारी उत्तर प्रदेश के सरकारी गजट के मुताबिक 33 मंत्रियों में 18 कैबिनेट मंत्री, चार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 11 राज्य मंत्री हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति का ब्यौरा घोषित नहीं किया है।
(IANS File Photo)सचिवालय की गजट अधिसूचना 697 विस संसदीय 20 सं 2017 में कहा गया है कि 359 विधायकों ने भी अपनी संपत्ति का ब्यौरा घोषित नहीं किया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में 403 सदस्य है, जिसमें बीजेपी और सहयोगी दलों के विधायकों की संख्या 325 है।
अधिसूचना के मुताबिक, संपत्ति घोषित नहीं करने वालों में नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी (समाजवादी पार्टी), बसपा विधायक दल नेता लालजी वर्मा और कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू, पूर्व मंत्री आजम खां, पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव, निर्दलीय रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया शामिल हैं।
बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ऐलान किया था कि सभी मंत्री 15 दिन के भीतर अपनी चल अचल संपत्ति का ब्यौरा घोषित करेंगे। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार के अधिकांश मंत्रियों के संपत्तियों की घोषणा करने में विफल रहने पर मुख्यमंत्री ने 13 अप्रैल को मंत्रीपरिषद सहयोगियों को भेजे पत्र में पुन: उम्मीद जतायी थी कि वे अपनी संपाि घोषित कर देंगे।
विधानसभा सचिवालय की अधिसूचना दर्शाती है कि अधिकांश मंत्रियों ने योगी के निर्देश के अनुरूप संपाि की घोषणा नहीं की। अधिसूचना के मुताबिक संपत्ति की घोषणा करने वाले कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, रमापति शास्त्री, लक्ष्मी नारायण चौधरी और मुकुट बिहारी शामिल हैं, जबकि स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों सुरेश कुमार और धर्म सिंह सैनी ने भी संपत्तियों की घोषणा कर दी है। जबकि राज्य मंत्रियों में जय कुमार सिंह जैकी ने संपत्ति घोषित की है।