उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले की सदर कोतवाली की हवालात में बंद एक 22 वर्षीय युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है, जिसके बाद एक बार फिर से यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होने लगे हैं।मृतक युवक की पहचान सदर कोतवाली क्षेत्र के नगला सय्यैद अहरोली निवासी अल्लाफ के रूप में हुई है। वहीं, इस घटना के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुया है। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है तो वही पुलिस अधिकारियों के मुताबिक युवक ने लॉकअप के टॉयलेट में फांसी लगाई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, यहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस लॉकअप में मरने वाले अल्ताफ के पिता चाहत मियां ने कासगंज पुलिस पर बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैंने 8 नवंबर को आठ बजे अपने बेटे को घर से खुद पुलिसवालों के हवाले किया। उस पर लड़की को भगाने का आरोप था। जब मैं चौकी आया तो मुझे भगा दिया गया। आज मुझे 24 घंटे बाद मुझे पता चला कि मेरे बेटे को हवालात में फांसी लगा दी गई है। बड़े थाने (कासगंज सदर कोतवाली) में यह घटना हुई है। मैंने पुलिसवालों को अपने बेटे को सौंपा था, इसलिए उम्मीद है कि पुलिसवालों ने ही ये फांसी लगाई है।”
In UP's kasganj, a youth Altaf was detained in the case of elopement of a girl. Later, he was found dead in custody in the police lockup. Father of the deceased alleged police foul play in the death of his son. pic.twitter.com/Fh5qs2uCXe
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) November 9, 2021
वहीं, इस मामले पर पुलिस की तरफ से भी बयान समन आया है। पुलिस का कहना है कि, युवक से फांसी लगाई थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया यहां उसकी मौत हो गई है। हालांकि, एसपी रोहन पी बोत्तरे लापरवाही के आरोप में कासगंज कोतवाल समेत दो दरोगा समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि, “कोतवाली कासगंज में 363 और 366 IPC के एक प्रकरण के संदर्भ में अल्ताफ पुत्र चाहत मियां को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन लाया गया था। पुलिस पूछताछ के दौरान उसने टॉयलेट जाने का अनुरोध किया जिसके बाद उसे हवालात में बने टॉयलेट में भेजा गया। अल्ताफ ने टॉयलेट के अंदर लगे नल में अपने जैकेट के हुड में लगी डोरी को फंसाकर गला घोंटने की कोशिश की। काफी देर तक वह बाहर नहीं निकला तो पुलिसकर्मी अंदर गए और बेहोशी की हालत में उसे सीएचसी अशोक नगर कासगंज में उसे पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।”
एसपी ने बताया कि, जांच के दौरान प्रथम दृष्टया लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, इस मामले को लेकर यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने एक ट्वीट में यूपी पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेता ने पुलिस अधिकारी के बयान के वीडियो शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “थाने की बाथरूम में लगी नल की टोंटी से लटककर कोई आत्महत्या कैसे कर सकता है उप्र पुलिस? क्या आरोपी की लंबाई 1-2 फ़ीट थी?”
थाने की बाथरूम में लगी नल की टोंटी से लटककर कोई आत्महत्या कैसे कर सकता है उप्र पुलिस?
क्या आरोपी की लंबाई 1-2 फ़ीट थी?
— Srinivas BV (@srinivasiyc) November 9, 2021