जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में गुरुवार(14 फरवरी) को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस आतंकवादी घटना में सीआरपीएफ के कम से कम 28 जवान शहीद हो गए हैं। शहीद जवानों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, कई जवान घायल बताए जा रहें हैं।
बताया जा रहा है कि हमले में IED का इस्तेमाल हुआ है। रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। घायलों में कई जवानों की हालत नाजुक बताई जा रहीं है। घायलों को श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल ले जाया गया है।इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किए गए हैं।
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है।
धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास बिखरे क्षत-विक्षत शवों को देखा जा सकता है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट की घटना श्रीनगर जम्मू राजमार्ग पर अवंतिपुरा इलाके में हुई।
पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है। उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। (इंपुट: भाषा के साथ)