उत्तर प्रदेश: बाराबंकी जिले में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत, कई गंभीर रूप से बीमार

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उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब का कहर थमने का नाम नहीं ले रही है। यूपी की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले के रामनगर क्षेत्र में जहरीली शराब के सेवन से कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए। बताया जा रहा है कि इन लोगों ने देशी शराब के ठेके से शराब लेकर पी थी, लेकिन ठेकेवाले ने उन्हें मिलावटी शराब दे दी। शराब पीने के बाद अचानक इन लोगों को दिखना बंद हो गया और इनमें से 10 की मंगलवार सुबह तक जान चली गई।

Amit Dave/Reuters

पुलिस ने मंगलवार को बताया कि रामनगर अंतर्गत रानीगंज कस्बे में स्थित एक शराब की दुकान पर कुछ लोगों ने शराब पी और घर आते ही उन्हें उल्टी और सर दर्द की परेशानी शुरू हो गई। जब तक लोग समझ पाते तब तक गांव में अफरा तफरी मच गई। आनन-फानन में स्थानीय प्रशासन ने बीमार लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया जहां इलाज के दौरान एक ही परिवार के तीन सदस्यों समेत 10 लोगों ने दम तोड़ दिया।

उन्होने बताया कि शराब से पीड़ति करीब 12 लोगों को जिला चिकित्सालय भर्ती किया गया है, जिसमें कुछ लोगों को गंभीर अवस्था देखते हुए लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा गया है। घटना की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस प्रशासन ने रामनगर के क्षेत्रधिकारी और कोतवाल को निलंबित कर दिया गया है। मौके पर फैजाबाद के उपमहानिरीक्षक मौजूद हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर बीमारों के स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। शराब की दुकान को सील कर दिया गया है।

रामनगर के पुलिस क्षेत्राधिकारी पवन गौतम के मुताबिक रानीगंज गांव और उसके आसपास के छोटे गांवों के कई लोगों ने सोमवार/मंगलवार की दरमियानी रात को शराब पी थी, उसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। इसी बीच उनमें से एक-एक कर कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। यूपी के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया, एक जिला प्रशासन अधिकारी, आठ पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहरीली शराब से हुई मौतों पर गहरा अफसोस जाहिर करते हुए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को फौरन मौके पर पहुंचकर सहायता उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ बेहद सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव को भी इस मामले की जल्द से जल्द जांच करने और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

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