माली की राजधानी बामको में शुक्रवार को एक आलीशान होटल पर हुए हमले में भारतीय मूल की अमेरिकी महिला अनिता अशोक दातर की मौत हो गई है।
कुल मिलाकर अभी तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है।
दातर की मौत पर अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने ट्वीट किया, ” हम अमेरिकी नागरिक अनिता दातर की मौत से शोक ग्रस्त हैं, साथ ही उन सभी लोगों के परिजनों, दोस्तों के लिए जिनके परिजन माली हमले में मारे गए हैं। हम सभी माली नागरिकों के साथ हैं।”
We mourn American Anita Datar and all those lost in #MaliAttacks. We extend condolences to family & friends & stand with the Malian people.
— John Kerry (@JohnKerry) November 21, 2015
वहीं दातर के परिवार ने एक वक्तव्य जारी करते हुए कहा, ” हम उनके जाने से पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। हमें विश्वास नहीं हो रहा है कि इस प्रकार के आतंकी हमले में अनिता मारी जा चुकी हैं।”
दरअसल शुक्रवार को भारी हथियारों से लैस बंदूकधारियों ने रेडिसन ब्लू होटल पर हमला कर दिया था, जिसमें कई राजनयिक व अन्य मेहमान ठहरे हुए थे। उन्होंने 170 लोगों को बंधक बना लिया और अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 27 की मौत हो गई। यह होटल बामको सेनाउ अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से केवल 15 मिनट की दूरी पर है।
इन बंदूकधारियों ने होटल में 140 मेहमानों और 30 कर्मचारियों को बंदी बना लिया, जिनमें से 20 भारतीय थे। इन भारतीयों को सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई के बाद रिहा कराया गया।
सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि दो हमलावर मारे जा चुके हैं, लेकिन अभी यह पता नहीं चल पाया है कि होटलों से निकाले गए 27 शवों में दो हमलावर थे या नहीं।
इस्लामिक आतंकवादी संगठन अल-मौराबितन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने यह हमला अल कायदा इन इस्लामिक मघरेब (एक्यूआईएम) के साथ मिलकर करने की बात कही है।
इस होटल में माली में गुरुवार को शुरू हुई शांति प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधि ठहरे हुए थे। माली में संयुक्त राष्ट्र के मिशन ‘मिनसुमा’ से जुड़े मोंगी हाम्दी के अनुसार, यह हमले का मुख्य कारण हो सकता है।
हाम्दी के अनुसार, “मुझे लगता है कि यह हमला उन नकारात्मक लोगों द्वारा तैयार किया गया है, जो माली में शांति नहीं चाहते।”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, माली सरकार ने हमले के बाद 10 दिवसीय आपातकाल की घोषणा की है। साथ ही तीन दिन का शोक भी घोषित किया है।