पुलिस चुपचाप देखती रही और गुंडे अपना काम करते रहे!

0
पिछले दिनों राजस्थान में जंगलराज का एक वीडियों हमने देखा था जिसमें खुले आम बदमाशों द्वारा गुंडागर्दी करते हुए दिखाया गया था ।
अब असहिसष्णुता का एक ताजा मामला देखने में आया है। राजस्थान के झालावाड़ जिले के अकलेरा में मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता अरूणा राय के सामाजिक संगठन द्वारा चलाये जा रहे अभियान जवाबदेही यात्रा का ना सिर्फ वहां के स्थानीय विधायक और उनके समर्थकों द्वारा विरोध किया गया बल्कि जमकर तोड़फोड़ भी की गयी।
अरूणा राय की जवाबदेही मुहिम के अंर्तगत पुख्ता जवाबदेही कानून की मांग को लेकर ये यात्रा निकाली जा रही थी जिसमें संस्था की मांग है कि जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के स्पष्ट जाॅब चार्ट बने और समय पर काम नहीं करने पर जुर्माना लगे और राज्य के गुड गवर्नेंस के कानून का खाका सार्वजनिक किया जाए।
यात्रा में शामिल अरूणा के साथियों का कहना है कि शनिवार को जब वे यात्रा के दौरान नाटक और गीतों के माध्यम से जागरूकता फैला रहे थे तभी स्थानीय विधायक कंवर लाल मीणा और उनके समर्थकों की अगुवाई में 40 से अधिक लोगों की भीड़ ने उन पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। कार्यकर्ताओं को चोटें आई, संस्था के सदस्य शंकर सिंह हो बुरी तरह से पीटा गया जबकि वहां खड़े पुलिसकर्मी मुकदर्शक बने रहे और गुंडे अपना काम करते रहे।
जबकि इस मामले पर सफाई देते हुए भाजपा विधायक का कहना है कि ‘ये लोग वहां सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। तभी लोगों की इनसे बहस हो गयी और फिर झगड़ा हो गया, मुझ पर लगाया गया मारपीट का आरोप गलत है। मैं जब वहां पहुंचा तो मामला तो निपट चुका था।’
जबकि पूरे मामले पर झालावाड़ के एसपी राजेन्द्र सिंह का कहना है कि मामले की शिकायत पर 30 से 35 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकादमा दर्ज कर लिया गया है और 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
इतना सब होने पर भी पीएम मोदी को देश में बढ़ती हुई इस तरह की अराजकता नहीं दिखाई देती। जबकि संस्था के कार्यकताओं की मांग एक स्वस्थ्य और पारदर्शी व्यवस्था को सबके सामने लाना है।
Previous articleAudit by CAG: Supreme Court notices to 3 Delhi discoms
Next articlePM Modi’s minister being blamed for Dalit scholar’s ‘cold-blooded murder’