पिछले दिनों हमने जनता के रिर्पोटर पेज पर आपको एक वीडियों दिखाया था जिसमें सोनू निगम जेट एयरवेज की फ्लाइट में गाना गा रहे है। ये वीडियों सबसे पहले मिस मालिनी के फैशन ब्लाॅग पर अपलोड किया गया था अब इसी वीडियों के कारण जेट एयरवेज के आठ कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
एक लाइव काॅन्सर्ट के लिये सोनू निगम 4 जनवरी को जेट एयरवेज की उड़ान पर थे। ये फ्लाइट जोधपुर से मुम्बई आ रही थी। इस फ्लाइट में कु्र मेम्बर्स और फ्लाइट में सवार अन्य लोगों की गुजारिश पर सोनू ने एक गीत सुना दिया। इस गीत को सुनाने के लिये कु्र मेम्बर्स ने सोनू को एनाउसमंट सिस्टम का इस्तेमाल करने दिया। बस यहीं गुस्ताखी उन लोगों से हो गयी जिसकी वजह से उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
इस वीडियो पर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी DGCA ने जेट एयरवेज को नोटिस जारी कर पूछा की क्यों न आपका लाइसेंस सस्पेंड कर दिया जाए? DGCA के मुताबिक सोनू निगम को गाने के लिए जिस अनाउंसमेंट सिस्टम का इस्तेमाल करने के लिए दिया गया उसकी इजाजत सिर्फ इमरजेंसी के वक्त क्रू के लिए होती है। DGCA ने इसे सुरक्षा में लापरवाही का मामला माना।DGCA की नोटिस पर जेट एयरवेज ने जांच के आदेश दे दिये हैं और जांच पूरी होने तक इस उड़ान के पायलट और पांच एयर होस्टेस समेत 8 क्रू मेंबर जांच के नतीजे आने तक उड़ान भरने पर रोक लगायी गयी है।
जबकि इस पूरे मामले पर सोनू निगम का कहना है कि मैंने फ्लाइट में फैशन शो से लेकर छोटे-मोटे कॉन्सर्ट होते देखा है। विदेशी उड़ानों में तो यात्रियों को खुश करने के लिए क्रू मेंबर मजाक तक कर लिया करते हैं। ऐसे में अनाउंसिंग सिस्टम पर मुझे गाने के लिए कहने पर उस फ्लाइट के क्रू मेंबर्स को निलंबित करना और कुछ नहीं, किसी को खुशियां बांटने के लिए सजा देना है। खास तौर से जब सीट बेल्ट बांधे खोलने का संकेत दिया जा चुका था और किसी तरह का अनाउंसमेंट नहीं किया जाना था ये तो कामनसेंस की कमी है। मेरे हिसाब से तो ये असली असहनशीलता है।