पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने अपने ट्विटर हैंडल और वेबसाइट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेन्नई के बाढ़ पीड़ित इलाकों के हवाई सर्वेक्षण की तस्वीरों में छेड़छाड़ के लिए शुक्रवार को खेद जताया। ब्यूरो ने कहा कि ‘ऐसा फैसले में त्रुटि की वजह से हुआ।’ पीआईबी ने एक बयान में कहा है, “जो सात तस्वीरें जारी की गईं, उनमें एक तस्वीर में दो तस्वीरों को मिलाने की तकनीक का इस्तेमाल किया गया था। इसे ही मीडिया के एक हिस्से में ‘फोटोशापिंग’ कहा जा रहा है। ऐसा फैसले की त्रुटि की वजह से हुआ और तस्वीर को हटा दिया गया।”
बयान में कहा गया है, “पीआईबी इस तस्वीर के जारी होने पर खेद जताता है। इससे हुई असुविधा के लिए खेद है।”
पीआईबी की तरफ से गुरुवार को जारी तस्वीरों में एक में ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री हेलीकाप्टर की खिड़की पर लगी कोई तस्वीर देख रहे हैं। इसमें बाढ़ की ऐसी साफ तस्वीरें दिख रही हैं जिनका इतनी ऊंचाई से दिख पाना संभव नहीं है।
तस्वीर अवास्तविक और कंप्यूटर द्वारा बदली लग रही थी।
सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के वायरल होने के बाद पीआईबी ने इसे हटा लिया।
चीन की समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अपनी एक रपट में कहा है कि सरकारी मीडिया विभाग की यह गलती मजाक का पात्र बनी हुई है।