राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार को भी नेशनल हेराल्ड मुद्दे को लेकर कांग्रेस सदस्यों के सभापति की आसंदी के करीब जमघट लगाने और नारेबाजी करने के कारण बार-बार बाधित हुई। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही को अपराह्न् 2.30 बजे के लिए स्थगित कर दिया गया। भोजनकाल से पूर्व भी सदन में हंगामा होता रहा।
सभापति एम. हामिद अंसारी ने प्रश्न काल शुरू कराने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहे। सदस्यों के हंगामे के चलते वह सदन की कार्यवाही को स्थगित करने के लिए विवश हो गए।
सुबह में राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद ही कांग्रेस सदस्यों ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर हंगामा शुरू कर दिया, जिसे देखते हुए उप-सभापति पी.जे. कुरियन ने सदन की कार्यवाही पहले पूर्वाह्न् 11.30 बजे तक के लिए और उसके बाद अपराह्न् 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू हुई, जिसके बाद भी कांग्रेस सदस्यों का प्रदर्शन व नारेबाजी जारी रही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तानाशाह बताया।
केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सदन में अराजकता बढ़ती देख कहा, “इस तरह का शोरशराबा चिड़ियाघर में होता है।”
उपसभापति कुरियन ने राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित करने से पहले कहा, “मैं माफी चाहूंगा। कुछ सदस्य चिल्ला रहे हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। हम सदन की कार्यवाही नहीं चला पा रहे हैं। अहम विधेयक अटके पड़े हैं। आप अपने कर्तव्य का निर्वाह करने में असफल हो रहे हैं।”
बाद में प्रश्न काल के लिए राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी सदन में वैसे ही नजारे देखने को मिले। उन्हें देखते हुए अंसारी ने कार्यवाही को दोपहर 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया, लेकिन दोबारा राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर भी वैसा ही मंजर देखने को मिला।
सभापति ने कुछ सवाल उठाने की कोशिश की, लेकिन सदस्यों का हंगामा जारी रहा जिसे देखते हुए उन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही अपराह्न् 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।