गुजरात में आरक्षण की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। इसे लेकर शनिवार को पटेल समुदाय के लिए जाति आधारित आरक्षण की मांग को लेकर गुजरात में आंदोलन करने वाले हार्दिक पटेल को पुलिस ने शनिवार को उनके 50 समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया।
हार्दिक पटेल अपनी मांगों को लेकर शनिवार सुबह सूरत में ‘एकता रैली’ निकालने जा रहे थे। पुलिस का कहना है कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के नेतृत्व में प्रस्तावित इस रैली को ‘अनधिकृत’ बताया है। इसके कारण पास के संयोजक हार्दिक पटेल, 22, और उनके करीब 50 समर्थकों को सूरत के मंगध चौक से गिरफ्तार किया गया।
इन गिरफ्तारियों के बावजूद पटेल समुदाय के सदस्यों ने हीराबाग क्षेत्र से एक रैली निकाली, जहां से पास के सह-संयोजक निखिल पटेल को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद हार्दिक ने पुलिस पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “वे शांतिपूर्ण रैली निकालना चाहते थे, लेकिन गुजरात सरकार हर किसी को प्रताड़ित करने पर तुली है।”
पटेल ने कहा, “हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण है, फिर भी गुजरात सरकार हिंसा भड़काना चाहती है। हम राज्य के लोगों से समर्थन की अपील करते हैं। हम किसी भी समुदाय के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि सिर्फ अपने समुदाय के आरक्षण के लिए लड़ रहे हैं।”
पास ने इस गिरफ्तारी को “अवैध और गुजरात सरकार द्वारा लोकतंत्र का बुलडोजर चलाने” जैसा करार दिया। साथ ही आरोप लगाया कि गुजरात सरकार केंद्र के इशारे पर काम कर रही है।
पास पदाधिकारियों की गिरफ्तारी के बाद गुजरात में हाई अलर्ट जारी किया गया है।