पहला सवाल- क्या ट्रैफिक घटाने के लिए ऑड ईवन नियम फिर से लागू हो?
हां 66%
ना- 34%
कुल वोटर – 13429
दूसरा सवाल- क्या ऑड ईवन लागू हो तो ऑटो टैक्सी को भाड़ा बढ़ाने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए?
हां- 92%
ना- 8%
कुल वोटर – 13262
तीसरा सवाल- क्या आपको लगता है ऑड-ईवन के दौरान ऑटो टैक्सी ने आपसे ज्यादा पैसे लिए?
हां- 87%
ना- 13%
कुल वोटर – 11852
गौरतलब है कि लोकल सर्किल डॉट कॉम ने इससे पहले भी एक सर्वे किया था, उस वक्त ऑड-ईवन फॉर्मूला जारी था और उस वक्त जो नतीजे सामने आए थे वो कुछ चौंकाने वाले थे। पढ़ें क्या थे सवाल:
पहला सवाल: क्या आप मानते हैं कि दिल्ली में ऑड-ईवन नियम प्रभावी तरीके से लागू हुआ?
कुल 13 हजार 791 मतदाताओं में से 58% ने हां में जवाब दिया जबकि 42 % ने नहीं में जवाब दिया। यानी ज्यादा लोग मानते हैं कि नियम प्रभावी तरीके से लागू हुआ।
दूसरा सवाल: ऑड-ईवन नियम के दौरान आपने किस तरह सफर किया?
-11 हजार 831 लोगों में से 44% लोगों ने कहा कि उन्होंने टैक्सी, ऑटो या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफर किया। 39% लोगों ने दावा किया कि उन्होंने पहले से उनके पास मौजूद ऑड-ईवन गाड़ियों का इस्तेमाल किया। 9% लोगों ने दावा किया कि उन्होंने बाइक का इस्तेमाल किया। 8% लोगों ने कहा कि उन्होंने कार पूलिंग की।
तीसरा सवाल: क्या आपको लगता है कि ऑड-ईवन नियम के दौरान ऑटो/टैक्सी वालों ने आपसे ज्यादा पैसे लिए?
11 हजार 852 ने इस पर अपनी राय दी। 87% लोगों ने माना कि ऑटो टैक्सी वालों ने उनसे ज्यादा पैसे ऐंठे जबकि 13% लोगों ने कहा कि उनसे वाजिब भाड़ा वसूला गया।
चौथा सवाल: अगर ऑड-ईवन नियम जारी रखा जाता है तो क्या आप दूसरी कार खरीदने के बारे में सोचेंगे?
11,785 लोगों में से 43% ने कहा कि हां वो दूसरी कार खरीदने के बारे में सोचेंगे जबकि 42% ने कहा कि नहीं वो ऐसा नहीं करेंगे। 15% दिल्ली वालों ने कहा कि उनके पास पहले से ऑड-ईवन नंबर की गाड़ियां हैं।
पांचवां सवाल- क्या ऑड-ईवन नियम को 15 जनवरी के बाद भी लागू किया जाना चाहिए ?
-12,918 दिल्ली वालों में से 42% लोगों ने कहा कि हां इस नियम को जारी रखा जाना चाहिए जबकि 58% लोगों ने कहा कि इसे जारी नहीं रखा जाना चाहिए। यानी दिल्ली के लोगों का बड़ा तबका ऑड-ईवन नियम को जारी रखने के पक्ष में नहीं है।