जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को वाहनों की आवाजाही बहाल कर दी गई।
शुक्रवार को राज्य में बर्फबारी और बारिश के कारण कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध होने के चलते वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी।
भूस्खलन और जमी बर्फ के कारण शुक्रवार को कई स्थानों पर सड़क मार्ग अवरुद्ध रहे, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग बंद करना पड़ा था।
यातायात विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “सड़कों से मलबे और बर्फ साफ कर दिए गए हैं और शनिवार को दोनों तरफ (घाटी और जम्मू) से यातायात बहाल कर दिया गया। लेकिन मार्ग पर फिसलन के कारण वाहनों की भीड़ रोकने के लिए वाहनों की आवाजाही के समय पर पाबंदी लगाई गई है।”
उन्होंने कहा कि जम्मू के नगरोटा नाके से श्रीनगर जाने वाले वाहनों के लिए सुबह छह बजे से अपराह्न् एक बजे तक की अनुमति होगी, जबकि भारी मोटर वाहनों को सुबह छह से 11.30 के बीच ही आवाजाही की अनुमति दी जाएगी।
अधिकारी ने कहा, “अपराह्न् 2.30 बजे के बाद श्रीनगर जाने वाले किसी भी यात्री वाहन को उधमपुर जिले को पार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
कश्मीर घाटी के काजीगुंड से केवल हल्के मोटर वाहनों को ही सुबह 8.30 बजे से अपराह्न् तीन बजे तक जम्मू की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। जबकि भारी वाहनों को सिर्फ सुबह नौ बजे से अपराह्न् दो बजे के बीच ही अनुमति रहेगी।
उन्होंने कहा कि राजमार्ग पर रात्रि के समय वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी, खासतौर से बर्फीले फिसलन भरे इलाके में।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 300 किलोमीटर से अधिक लंबा है, जो राज्य के दो क्षेत्रों को जोड़ता है और घाटी के लिए आपूर्ति मार्ग के रूप में काम करता है।