अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि व्यापक रूप से प्रताड़ना समझे जाने वाले मुंह और नाक में पानी भरने के तरीके तथा अपराधियों से पूछताछ के अन्य ऐसे अन्य तरीकों को वह बहाल करने पर विचार कर सकते हैं, लेकिन यह सबकुछ सीआईए और पेंटागन प्रमुखों की सलाह पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा कि लेकिन जब आतंकवाद की बात आती है तो वह ‘जहर से जहर को मारने’ में यकीन करते हैं। जब उनसे ऐसे तरीकों के असरदार होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘निश्चित रूप से ये काम करते हैं’ लेकिन वह इस बात को अपने सीआईए और पेंटागन प्रमुखों पर छोड़ देंगे कि इन तरीकों केा बहाल किया जाए या नहीं।
ट्रंप ने कहा, जब वे हमारे लोगों और दूसरे लोगों के सिर काट रहे हैं। जब वे बस इतनी-सी बात के लिए लोगों के सिर कलम कर रहे हैं क्योंकि वे पश्चिम एशिया में ईसाई हैं। आईएसआईएस ऐसे कारनामे कर रहा है जिनके बारे में मध्ययुगीन काल के बाद से किसी ने नहीं सुना है तो क्या मैं पूरी मजबूती के साथ वाटरबोर्डिंग (मुंह और नाक में पानी डालकर दी जाने वाली प्रताड़ना) पर विचार करूंगा?
जहां तक मेरा मानना है, हमें जहर से जहर को मारना होगा। ट्रंप यदि पूछताछ के इन अतिवादी तरीकों को बहाल करते हैं तो वह उस अमेरिकी कानून के विरुद्ध जाएंगे जिसे वर्ष 2015 में सीनेट ने मंजूरी दी थी। राष्ट्रपति ने कहा कि वह इस मुद्दे पर शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की सलाह पर भरोसा करेंगे।
भाषा की खबर के अनुसार, ट्रंप ने कहा, लेकिन क्या मैं महसूस करता हूं कि यह काम करता है? (तो मैं कहूंगा) मैं महसूस करता हूं कि निश्चित ही यह काम करता है। उन्होंने कहा, मैं उसी अनुरूप आगे बढ़ने जा रहा हूं, जो वे कहते हैं, लेकिन मैंने बस 24 घंटे पहले ही खुफिया के शीर्ष स्तर के लोगों से बातचीत की और मैंने सवाल पूछा कि ‘क्या यह काम करता है? क्या प्रताड़ना काम करती है। और जवाब था, हां बिल्कुल।
ट्रंप की इन टिप्पणियों से पहले मीडिया में खबर आई थी कि ट्रंप प्रशासन विदेशों में सीआईए की ‘ब्लैक साइट’’ जेलों को फिर से चालू करने की इजाजत संबंधी आदेश तैयार कर रह है। इन जेलों का उपयोग 9/11 के संदिग्धों को प्रताड़ित करने के लिए किया जाता था। हालांकि मीडिया की इन खबरों का खंडन करते हुए व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा कि कथित मसौदा व्हाइट हाउस के दस्तावेजों में नहीं है।