जल्लीकट्टू पर केंद्र सरकार ने अध्यादेश को मंजूरी दे दी है, लेकिन इसे लेकर हंगामा-प्रदर्शन अब भी जारी है। पुलिस ने सोमवार को पिछले 6-7 दिनों से जुटे प्रदर्शनकारियों को सुबह जबरन हटा दिया था। पुलिस ने पहले उन्हें प्रदर्शन खत्म करने के लिए समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं मानें, तो पुलिस को बल का इस्तेमाल करना पड़ा।
Photo: NDTVकरीब दोपहर 12 बजे प्रदर्शनकारियों ने आईस हाउस पुलिस थाने में आग लगा दी। इन्होंने थाने के पास खड़ी गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर पत्थरबाजी भी की जिसके जवाब में पुलिस ने भी पत्थर फेंके। इसमें 20 लोगों के घायल होने की खबर है। चेन्नई में कई जगहों पर आगजनी की गई।
Chennai: Vehicles near Ice House Police station set on fire #jallikattu pic.twitter.com/OVlfNY7Qx4
— ANI (@ANI) January 23, 2017
#Jallikattu row: 69 caveat petitions filed in Supreme Court so far https://t.co/N2RWdk20gd Read @ANI_news story in @DeccanChronicle
— ANI Digital (@ani_digital) January 23, 2017
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तमिलनाडु सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में विरोध पत्र भी दायर कर दिया है यानि अगर जल्लीकट्टू के अध्यादेश को किसी ने अदालत में चुनौती दी तो सुप्रीम कोर्ट को आदेश सुनाने से पहले राज्य सरकार का पक्ष भी सुनना होगा।
राज्य सरकार को शक है कि पशु अधिकार कार्यकर्ता इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं इसलिए यह विरोध पत्र दर्ज करवाया गया है।