दीपा जयकुमार ने पत्रकार वार्ता में बताया कि मैं किसी और को जयललिता के स्थान पर स्वीकार नहीं कर सकती हूं। जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार के राजनीति में आने के कयास काफी पहले से लगने शुरू हो गए थे। जबकि इससे पूर्व शशिकला को AIADMK की जनरल बॉडी की बैठक में आज जयललिता का औपचारिक उत्तराधिकारी चुन लिया गया था। बैठक में शशिकला को सर्वसम्मति से पार्टी का अंतरिम महासचिव चुना गया था।
तमिलनाडु की पूर्व CM जयललिता के निधन के एक महीने बाद उनकी भतीजी दीपा जयकुमार ने राजनीति में कदम रखने के संकेत दिए थे। दीपा ने कहा कि वह अम्मा की महात्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राजनीति में आना चाहती हैं। जे जयललिता के निधन के चालीस दिन बाद, उनकी भतीजी दीपा जयकुमार मंगलवार को अपने राजनीतिक योजनाओं के बारें में पत्रकारों से बातचीत की।
AIADMK के एक खेमे में पहले से ही माना जाता रहा है कि हाल ही में पार्टी प्रमुख बनीं जयललिता की करीबी दोस्त शशिकला नटराजन के सामने दीपा एक कड़ी चुनौती बनकर आ सकती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को दीपा जयकुमार ने चेन्नै के त्यागराज नगर स्थित अपने आवास पर मौजूद समर्थकों से कहा था कि उनकी राजनीति में एंट्री कोई नहीं रोक सकता। दीपा हाल में तब मीडिया में सुर्खियों में आईं थीं जब उन्होंने यह आरोप लगाया था कि उन्हें अस्पताल में जयललिता से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
आपको बता दे कि दीपा जयललिता के बड़े भाई जयकुमार की बेटी हैं। जयकुमार का भी निधन हो चुका है। राजनीति में आने पर दीपा ने कहा था यदी मौका मिलता हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है, इसके लिए रास्ते तलाश रही हूं।
राजनीति में आना पसंद करूंगी। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी में बेहतर यही है कि इसे लोगों पर छोड़ दिया जाए, पार्टी इस पर ध्यान दे और फ्यूचर के बारे में सोचे।
I cannot accept anyone else in Jayalalithaa's position: Deepa Jayakumar (Jayalalithaa's niece)
— ANI (@ANI) January 17, 2017