अरनब गोस्वामी के नये चैनल रिपब्लिक में राज्य सभा सांसद राजीव चंद्रशेखर बतौर डायरेक्टर है और इस नये मीडिया वेंचर के बड़े निवेशकर्ताओं में से एक है। अपने स्वामित्व वाली कंपनियों के जरिए राजीव चंद्रशेखर ने ARG आउटलियर में 30 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया हुआ है।
कुछ समय पूर्व अरनब गोस्वमी ने टाइम्स नाऊ से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद उनके नये मीडिया चैनल की सम्भावना बनती दिख रही थी। इसके कुछ समय बाद ही उन्होंने रिपब्लिक चैनल के पेज और ट्वीटर हैंडल को सोशल मीडिया पर जारी किया था।
रिपब्लिक, ARG आउटलियर मीडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी का हिस्सा बनाई गई और 19 नवंबर को अरनब गोस्वामी कोे इस कंपनी का मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया था। जबकि इसके एक दिन पहले ही उन्होंने बतौर एडिटर-इन-चीफ टाइम्स नाऊ को छोड़ दिया था।
रिपब्लिक को चलाने वाली ARG आउटलियर में चंद्रशेखर की एशियानेट न्यूज ऑनलाइन प्राइवेट लिमिटेड के अलावा SARG मीडिया होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (जिसमें गोस्वामी सह-मालिक हैं) प्रमुख निवेशकर्ता है।
जनसत्ता की खबर के अनुसार, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक, नवंबर 2016 अंत तक SARG (जिसमें गोस्वामी और उनकी पत्नी सम्यब्रता रे डायरेक्टर हैं) में कुल 16 व्यक्तियों तथा कंपनियों ने निवेश कर रखा है। SARG ने 24 नवंबर, 2016 तक एआरजी आउटलियर में विभिन्न निवेशों के जरिए 26 करोड़ रुपए का निवेश कर रखा था।
SARG में सबसे ज्यादा निवेश एरिन कैपिटल पार्टनर्स के रंजन रामदास पाई है, जिन्होंने 57 करोड़ रुपए लगा रखे हैं। मुंबई में एशियन हर्ट इंस्टीट्यूट के मालिक रमाकांत पांडा ने 5 करोड़ रुपए जबकि भारत के सबसे सफल निवेशकर्ताओं में से एक, हेमेंद्र कोठारी ने ढाई करोड़ रुपए का निवेश किया है। इसके अलावा टीवीएस टायर्स के आर नरेश और शोभना रामचंद्रन, रेनासांस ज्वेलरी और एसआरएफ ट्रांजेक्शन होल्डिंग्स के मालिक निरंजन ने भी SARG में निवेश किया है।
जबकि इससे पूर्व अर्नब गोस्वामी ने टाइम्स नाऊ से अपने इस्तीफे के बाद से अभी तक मीडिया से सीधे संवाद नहीं किया था, लेकिन इंडिया फाउंडेशन की ओर से आयोजित कॉनक्लेव में बोलते हुए अर्नब ने अपनी भावी योजनाओं का खुलासा किया था।
नये मीडिया पर अपनी बात रखते हुए अर्नब ने कहा था कि आने वाला वक्त इंडिपेंडेंट मीडिया का होगा। भारत में 46 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं। विरोध की नई लहर अंगुलियों को नई ताकत देगी। आगे उन्होंने कहा था, ”हम सबसे बड़े विरोधी मत के किनारे पर हैं। इसे खुली बांहों के साथ स्वीकार कीजिए।
हम वैश्विक टीवी को नई परिभाषा देंगे। हमारा विरोधी स्वर केवल भारत तक सीमित नहीं रहेगा।” जबकि अपने बारें में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि ”किसी और की बात मानते रहना मेरा किरदार नहीं है। इंडिपेंडेंट मीडिया को लेकर जो छवि है हम उसे बदल देंगे। देश में जिस तरह से पत्रकारिता होती है मैं उसके खिलाफ विरोध करने जा रहा हूं।”