गलत ट्रैफिक सिग्नल देने का आरोप लगाते हुए रांची की मेयर ने ट्रैफिक सिग्नल तोड़ दिया। जिसके बाद सिपाही और मेयर में के बीच झड़प हो गई। इसी दौरान वहां से गुजरते मुख्यमंत्री के काफिल को मेयर ने रोक लिया और सिपाही की शिकायत की।
Photo courtesy: Prabhat Khabarरातू रोड चौराहे पर मंगलवार सुबह 11:15 बजे ट्रैफिक पुलिस और मेयर आशा लकड़ा के ड्राइवर के बीच ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने को लेकर विवाद हो गया। इस पर मेयर मेयर आशा लकड़ा ने बताया कि वह कौशल विकास के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वे एचइसी जा रही थी।
प्रभात खबर की रिपोट के मुताबिक, उनकी गाड़ी रातू रोड चौराहे को क्रॉस कर रही थी। बीच सड़क पर पहुंचने के बाद एक ट्रैफिक सिपाही ने उन्हें हाथ दिखा कर रोक दिया। जबकि दूसरा सिपाही, जो ट्रैफिक पोस्ट पर खड़ा था, वह जाने का सिगनल दे रहा था। वे असमंजस में थी कि अब आगे जायें या कार को पीछे कर लें। इतने में ट्रैफिक पोस्ट पर खड़ा सिपाही आया और आकर कहने लगा कि हटाओ गाड़ी डीजीपी का काफिला जाने वाला है।
इस पर उनके ड्राइवर ने कहा कि हम तो जाने के लिए तैयार हैं। लेकिन आप ही का एक सिपाही तो हमें रुकने के इशारा कर रहा है। इतने में ट्रैफिक सिपाही भड़क गया।
घटना के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास का काफिला भी वहां से गुजर रहा था। मेयर ने मुख्यमंत्री के काफिले को रुकवाया और सिपाही पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की। मुख्यमंत्री ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बाद में मुख्यमंत्री ने ट्रैफिक एसपी संजय रंजन सिंह को बुला कर मामले की जांच कर कार्रवाई करने को कहा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ट्रैफिक एसपी ने जांच में दोषी पाते हुए सिपाही संजीव कुमार को निलंबित कर दिया।