यमुना एक्सप्रेस-वे यमुना एक्सप्रेस-वे
दिल्ली में प्रहलादपुर के रहने वाले पीड़ित राम प्रसाद दीक्षित ने बताया कि वह कानपुर से लौट रहे थे। वह मूल रूप से कानपुर के रूरा के रहने वाले हैं। कैब में उनके साथ पत्नी सरोजनी, बेटा रोहित, बेटी प्रीति और नाती आयुष थे।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, रात करीब दो बजे यमुना एक्सप्रेस वे पर जेवर टोल प्लाजा पार करने के बाद थोड़ी दूर पर कार में तेज धमाका हुआ। ड्राइवर बलजीत सिंह ने कार रोकी और नीचे उतरकर देखने लगे।
तभी चार हथियारबंद बदमाश वहां पहुंचे। उन्होंने सभी को कार से उतार लिया और गोली मारने की धमकी दी। परिवार ने हाथ-पांव जोड़े और बीस हजार रुपये, करीब दस लाख के गहने बदमाशों को दे दिए। दिल्ली स्थित प्रह्लादपुर में रहने वाले रामप्रसाद दिल्ली में एक वाइन कंपनी में सीनियर अफसर हैं।
इसी दौरान बदमाश सभी को खेतों में ले जाने की कोशिश करने लगे। मगर पीछे सेे आ रही कुछ कारों की रोशनी पड़ने पर वह भाग गए। रोहित ने बताया कि उन्होंने 100 नंबर पर कॉल की मगर यह नहीं लगी। फिर उन्होंने रिश्तेदारों को बताया। उनके जरिए पुलिस को सूचना दी गई।