केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि 15,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे पूर्वी एवं पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे अगले साल अगस्त तक चालू होने की संभावना है जिससे दिल्ली के यातायात में भीड़भाड़ में 50 प्रतिशत की कमी आएगी और प्रदूषण भी घटेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजधानी में वाहनों की भीड़ घटाने और वायु की गुणवत्ता सुधारने के लिए गंभीरता से काम कर रही है। गडकरी ने कहा, ‘‘हम 15,000 करोड़ रुपये की लागत से पूर्वी एवं पश्चिमी बाइपास का निर्माण कर रहे हैं। इसे ढाई साल में पूरा किया जाना था। लेकिन प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद हम इस परियोजना को 400 दिनों में पूरा करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता है कि हम अगस्त में इसका उद्घाटन कर देंगे। इस एकल मार्ग के निर्माण से वायु प्रदूषण घटेगा और दिल्ली में वाहनों की भीड़ 50 प्रतिशत तक कम हो जाएगी।’’
भाषा की खबर के अनुसार, उल्लेखनीय है कि दिल्ली नहीं आने वाले वाहनों के लिए एक रिंग रोड के निर्माण का उच्चतम न्यायालय द्वारा आदेश दिए जाने के बाद 2006 में पूर्वी और पश्चिमी एक्सप्रेसवे की योजना बनाई गई थी। यहां तृतीय भारत स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए गडकरी ने यह भी कहा कि पूर्वी दिल्ली में गाजीपुर में जमा किए गए ठोस कचरे का उपयोग सड़क निर्माण में किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्रीय सड़क अनुसंधान संगठन ने छह महीने के अनुसंधान के बाद पाया कि प्लास्टिक, धातु और कांच मिले हुए ठोस कचरे का इस्तेमाल सड़क निर्माण में किया जा सकता है।’’