दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) में अवैध भर्ती मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधी शाखा (एसीबी) के सामने पेश हुए। एसीबी कार्यालय में प्रवेश से पहले सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा कि ‘कुछ लोग’ दिल्ली सरकार द्वारा किए गए कार्यो को हजम नहीं कर पा रहे हैं।
सिसोदिया सुबह 11 बजे एसीबी दफ्तर पहुंचे जहां उनसे करीब 3 घंटे लंबी पूछताछ हुई। पुछताछ के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिसोदिया ने कहा कि उन्हें यह नहीं बताया गया कि आखिर उनका कसूर क्या है।
सिसोदिया ने आरोप लगाया कि एसीबी की पूछताछ का मकसद दिल्ली सरकार को काम करने से रोकना है। उन्होंने दावा किया कि पिछले डेढ़ साल से दिल्ली सरकार ने जितनी तेजी से और जितने काम किए हैं, उतने पिछले 20 साल में किसी सरकार ने नहीं किए।
गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली महिला आयोग में कथित तौर पर नियमों के खिलाफ जाकर हुई 85 भर्तियों के मामले में बरखा सिंह की शिकायत पर एसीबी ने 7 अक्टूबर को समन भेजा था। आयोग में भर्ती करने से पहले दिल्ली के उपराज्यपाल की मंजूरी नहीं ली गई थी। ACB ने इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ एफआइआर दर्ज करते हुए प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।
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— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) October 14, 2016